
पीलीभीत। जिले में स्वास्थ्य विभाग बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए केन्द्र सरकार के निर्देश पर दो दिसंबर से मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू करने जा रहा है। अभियान के तहत 3689 बच्चों और 1167 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए 190 एएनएम को जिम्मेदारी दी गई है। अभियान को लेकर विभाग ने पूरी तैयारी कर ली और वैक्सीन भी शासन से उपलब्ध करा दी गई है।
भारत सरकार के अभियान मिशन इंद्रधनुष 2.0 के बारे में जानकारी देते हुए एसीएमओ डॉ. सीएम चतुर्वेदी ने बताया कि शासन ने इस अभियान का नाम 2.0 दिया है। इसके तहत बच्चों को 11 तरह की बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि बच्चों के टीकाकरण को मजबूत किया जाए ताकि बच्चों के मृत्युदर को कम किया जा सके। शुरू में जब अभियान चला था तो काफी लोग छूट गए थे। इसलिए इस बार उन बच्चों को कवर करने की कोशिश कर रहे हैं जो टीकाकरण का लाभ लेने कभी आए नहीं, या वे शुरू में तो आए लेकिन किन्हीं कारणों से आगे का टीकाकरण पूर्ण नहीं कर पाए।
इसके अलावा रुटीन वाले बच्चों का तो टीकाकरण तो चल ही रहा है। इस अभियान के लिए पूरनपुर, बीसलपुर, ललौरीखेड़ा और शहर की आशा और एएनएम से लिस्ट बनवाई गई थी। आंकड़ों के आधार पर दो दिसंबर से 12 दिसंबर तक चलने वाले पहले चरण के लिए 3689 बच्चे और 1167 गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया गया है। अभियान को लेकर डीएम की टास्क फोर्स की समिति की बैठक में अन्य विभागों को भी जिम्मेदारी दी गई है। टीकाकरण से बच्चों में होने वाली पोलियो, टीबी, गलाघोंटू, काली खांसी, टिटनेस, पीलिया, न्यूमोनिया, बुखार, डायरिया, दिमागी बुखार, रुबैला और खसरे से सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने बताया कि अभियान में 190 एएनएम के अलावा क्षेत्र की सभी आशा, बीसीपीएम और स्टाफ के लोगों को लगाया गया है।
Updated on:
27 Nov 2019 01:20 pm
Published on:
27 Nov 2019 01:15 pm
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