राहुल गांधी जिन मुद्दों पर मोदी को घेरने की बात कर रहे हैं, उन पर वे जनसभाओं में तो कई बार बोल चुके हैं। लेकिन बात संसद की हो तो कुछ खास नजर नहीं आता। इन मसलों में राफेल डील और नीरव मोदी शामिल हैं। राफेल का मामला गर्म होने के बाद हाल ही में राहुल तीन बार संसद में बोल चुके हैं, लेकिन एक बार भी इस मुद्दे का जिक्र नहीं हुआ।
अमेठी से सांसद राहुल गांधी मौजूदा कार्यकाल में 11 बार संसद में बोल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने करीब 1 घंटा 40 मिनट तक विभिन्न मसलों पर अपने विचार रखे। उनकी उपस्थिति भी करीब 50 फीसदी ही है। इस कार्यकाल में राहुल ने राफेल के मुद्दे पर संसद में एक भी सवाल नहीं पूछा है। इसके अलावा निजी तौर पर उन्होंने संसद में कोई बिल प्रस्तावित नहीं किया है।
भारत सरकार ने फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान राफेल की खरीद के लिए सौदा किया है। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने इन विमानों के लिए यूपीए की तुलना में तीन गुना ज्यादा कीमत चुकाई है। कांग्रेस ने राजस्व हानि का सवाल उठाते हुए कहा है कि यूपीए सरकार ने इन विमानों का सौदा 526.1 करोड़ रुपए में तय किया था, लेकिन मोदी सरार इसके लिए 1570.8 करोड़ खर्च कर रही है। कांग्रेस इस मामले में प्रधानमंत्री पर नियमों की अवहेलना करते हुए खुद ही फैसला करने का भी आरोप लगाया है। इसी तरह नीरव मोदी के भारत छोड़ने को लेकर भी कांग्रेस मोदी को निशाने पर ले रही है। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपए की चपत लगाने का आरोप है।