अमरीकी राजनेता डी आइजनहावर भारत के दौरे पर आने वाले पहले अमरीकी राष्ट्रपति थे। वह दिसंबर 1959 में भारत के 4 दिवसीय दौरे पर दिल्ली आए थे। इस दौरान आइजनहावर ने भारत की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था और ताजमहल देखने आगरा भी गए थे। उन्होंने इस दौरान दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विशाल रैली को भी संबोधित किया था।
रिचर्ड निक्सन 31 जुलाई, 1969 को भारत दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने केवल 22 घंटे भारत में बिताए फिर वह पाकिस्तान चले गए। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से उनके संबंध अच्छे नहीं थे। निक्सन की यात्रा का उद्देश्य इंदिरा गांधी के साथ तनाव और अविश्वास कम करना था। तब अमरीका के पाकिस्तान प्रेम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1971 के भारत पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने खुलकर भारत को धमकी दी थी। इतना ही नहीं, अमरीका ने पाकिस्तान की सहायता के लिए प्रशांत महासागर में तैनात अपना 7वां बेड़ा भी भेजा था। लेकिन, रूस ( सोवियत संघ समाजवादी गणराज्य ) द्वारा भारत का समर्थन करने के बाद वह पीछे हट गया।
जिमी कार्टर भारत के दौरे पर आने वाले अमरीका के तीसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने एक से तीन जनवरी 1978 को तीन दिन की भारत यात्रा की थी। यह यात्रा तब हुई थी जब भारत में आपातकाल के बाद पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी और इंदिरा गांधी की करारी हार हुई थी। कार्टर की इस यात्रा ने भारत और अमरीका के बीच परमाणु परीक्षण के बाद तल्ख हुए रिश्तों को नरम किया था।
अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा ने 50 साल के पाक-अमरीका समीकरण को पलट दिया था। उन्होंने इस दौरान पांच दिन भारत में बिताए। जबकि पांच घंटे पाकिस्तान में। क्लिंटन की यात्रा के समय भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। क्लिंटन तब आगरा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर और दिल्ली गए थे।
यूपीए वन के कार्यकाल में जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे तब तीन मार्च, 2006 को जार्ज बुश अपनी पत्नी लारा बुश के साथ भारत दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने 60 घंटे भारत में बिताए। बुश के इसी दौरे में भारत ने परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किया था।
बराक ओबामा अपने दोनों कार्यकाल में भारत पहुंचे। उन्होंने भारत की संसद को संबोधित भी किया और 26ध्11 के मुंबई हमले के पीड़ितों से भी मिले थे। इसी दौरे में ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का भी समर्थन किया था। मई, 2014 में ओबामा गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनकर दूसरी बार भारत पहुंचे थे। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर एयरपोर्ट पर ओबामा का स्वागत किया था।