16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Todays Horoscope 1 March 2022 धनु राशिवालों का कोई बड़ा कार्य करने का बनेगा मन

Today's sagittarius Horoscope धनु राशि के आज क्या कहते हैं ग्रह?  

2 min read
Google source verification

image

deepak deewan

Feb 28, 2022

dhanu.jpg

धनु राशि

राशिचक्र की नवीं राशि धनु के संबंध में ज्योतिष का मानना है कि इस राशि के जातक आजाद ख्‍याल के होने के साथ ही बड़े दिल वाले भी होते हैं। धनु राशि के कारक ग्रह देवगुरु बृहस्पति हैं। धनु राशि वाले धार्मिक होने के साथ-साथ बुद्धिमान होते हैं। साथ ही ईमानदार, सच्चे, विश्वास योग्य और समझदार भी होते हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषी और पंचांगकर्ता पंडित चंदन श्यामनारायण व्यास के अनुसार आज धनु का राशिफल क्या कहता है?

धनु राशि- आज का दिन आपके लिए बहुत शुभ है. भक्ति भाव में मन लगेगा. कोई बड़ा कार्य करने का मन बनेगा. माता के स्वास्थ में सुधार होगा. परिजनों के व्यवहार से नाखुश होंगे. आर्थिक मामलों में सतर्क रहें. आज का दिन संतान के लिए योगकारक बना हुआ है. उनकी शिक्षा या कैरियर के मामले में कोई बाधा आ रही है तो आज दूर हो सकती है. इसके लिए प्रयास जरूर करें. खासतौर पर पुत्री को कोई अच्छी नौकरी मिल सकती है. अपना ‘सेंस ऑफ़ ह्यूमर’ दुरुस्त रखें और पलटकर तल्ख़ जवाब देने से बचें। दूसरों की आलोचना करने की आपकी आदत के कारण आपको आज आलोचना का शिकार होना पड़ सकता है।
वित्त— इस बात में सावधानी बरतें कि आप किसके साथ आर्थिक लेन-देन कर रहे हैं। जिन्हें भावनात्मक संबल की ज़रूरत है, वे पाएंगे कि बड़े मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
करियर— अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा। कार्यक्षेत्र में आपके कामकाज की सराहना होगी। प्राइवेट नौकरी में आप उन लोगों की तरफ़ वादे का हाथ बढ़ाएंगे, जो आपसे मदद की गुहार करेंगे।
दांपत्य और प्रेम— आप और आपका जीवनसाथी मिलकर वैवाहिक जीवन की बेहतरीन यादें रचेंगे। आज आपके पास लव पार्टनर के लिए पर्याप्त वक़्त होने की संभावना है
स्वास्थ्य— तंदुरुस्ती के लिए कुछ पुख़्ता करना होगा, ख़्याली पुलाव पकाने में समय न गँवाएँ।
आज का भाग्यांक 9
आज का शुभ रंग क्रीम
अनुकूल सलाह—मंगलदेव की प्रसन्नता के लिए बीज मंत्र ओम क्रां क्रीं क्रों स: भौमाय नम: का कम से कम एक माला जाप करें. संभव हो तो ललिता सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें.