
एआईएएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) की ओर से रविवार को रवाना की गई महाकाल एक्सप्रेस ( Mahakal Express ) को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल इस नई नवेली ट्रेन में एक सीट भगवान शिव ( Shiv Temple ) के लिए आरक्षित रखी गई है।
शिव के सीट आरक्षित करना AIAMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) को ठीक नहीं लगा।
ओवैसी ने शिव के नाम पर सीट रिजर्व करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी के कार्यालय ( PMO ) को एक ट्वीट भी किया।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने रविवार को वाराणसी से काशी महाकाल एक्सप्रेस को रवाना किया। यह एक्सप्रेस ट्रेन दो राज्यों के तीन ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराएगी। इस ट्रेन में एक सीट भगवान शिव के लिए भी आरक्षित रखी गई है।
महाकाल एक्सप्रेस में शिव के नाम पर आरक्षित हुई सीट मामले ने तूल पकड़ लिया है। एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इसको लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पीएमओ को टैग किया है।
संविधान की प्रस्तावना भी की साझा
इस ट्वीट के साथ ओवैसी ने संविधान की प्रस्तावना को शेयर किया है। आपको बता दें कि संविधान की प्रस्तावना में सभी धर्मों के लोगों के साथ एक समान व्यवहार करने के बारे में लिखा गया है।
ओवैसी ने ट्वीट में साझा की गई फोटो में काशी महाकाल एक्सप्रेस की एक सीट पर भगवान शिव की मूर्ति लगाई गई है और बर्थ में भगवान शिव की पूजा भी की जा रही है।
ट्वीट में लिखा है कि कोच संख्या बी5 की सीट संख्या 64 भगवान के लिए खाली की गई है। इस ट्रेन को प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाई। आपको बता दें कि ओवैसी पीएम मोदी पर कई बार धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगा चुके हैं।
उत्तरी रेलवे के लिए प्रवक्ता दीपक कुमार ने कहा, ''ऐसा पहली बार हुआ है जब एक सीट भगवान शिव के लिए आरक्षित और खाली रखी गई है।" उन्होंने कहा, ''सीट पर एक मंदिर भी बनाया गया है ताकि लोग इस बात से अवगत हों कि यह सीट मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल के लिए है। कुमार ने कहा कि ऐसा स्थायी तौर पर करने के लिए विचार किया जा रहा है।
Updated on:
17 Feb 2020 02:15 pm
Published on:
17 Feb 2020 11:24 am
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