
ट्रंप के भारत दौरे से पहले शिवसेना ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
नई दिल्ली। महाराष्ट्र ( Maharashtra ) चुनाव में सत्ता की चाबी हासिल करने को लेकर बीजेपी ( BJP ) से अलग हुई शिवसेना ( Shivsena ) के तेवर अब भी तल्ख हैं। एक बार फिर शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार निशाना साधा है। दरअसल अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( American President Donald Trump ) के भारत दौरे से पहले शिवसेना ने मोदी सरकार ( Modi Govt ) को आड़े हाथों लिया है।
अपने मुखपत्र 'सामना' ( Samna ) के जरिये शिवसेना ने मोदी सरकार पर तंज कसा है। सामना के संपादकीय में लिखा है कि अमरीका के राष्ट्रपति यानी बादशाह अगले सप्ताह भारत के दौरे पर आ रहे हैं। इसको लेकर अपने देश में जोरदार तैयारियां हो रही हैं। गुलाम भारत में जब इंग्लैंड के राजा या रानी आते तब भी कुछ ऐसा स्वागत होता था।
ट्रंप के बहाने राजनीतिक पासा
शिवसेना ने एक बार फिर ट्रंप के बहाने बीजेपी को लेकर अपना राजनीतिक पासा चला है। दरअसल एक दिन पहले ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ऐलाना किया था महाराष्ट्र का अगला चुनाव बीजेपी VS अन्य को लेकर होगा। यानी अगले चुनाव में बीजेपी अकेले चुनाव लड़ेगी। ऐसे में सामना के जरिये शिवसेना का हमला इसी का जवाब माना जा सकता है।
जनता की तिजोरी से ट्रंप पर खर्च
सामना में लिखा है कि बादशाह ट्रंप क्या खाते हैं, क्या पीते हैं, उनके गद्दे, बिछौने, टेबल, कुर्सी, उनका बाथरूम, उनके पलंग, छत के झूमर जैसी तमाम चीजों को लेकर केंद्र सरकार बैठक तक कर रही है। गुलाम भारत के दौरान भी यही सब होता था। इंग्लैंड के राजा-रानी के स्वागत की ऐसी ही तैयारी होती थी और जनता की तिजोरी से बड़ा खर्च किया जाता था।
गुलाम मानसिकता के लक्षण
शिवसेना ने कहा है कि ट्रंप को लेकर हो रही तैयारियां गुलाम मानसिकता की ओर इशारा कर रही हैं।
प्रेसिडेंट ट्रंप ये कोई दुनिया के धर्मराज या मिस्टर सत्यवादी नहीं हैं। वे एक अमीर, उद्योगपति और पूंजीपति हैं और हमारे यहां जिस तरह से बड़े उद्योगपति राजनीति में आते हैं या पैसों के जोर पर राजनीति को मुट्ठी में रखते हैं, उन्हीं विचारों के हैं।
सत्ता पर बैठे व्यक्ति के पास होशियारी की गंगोत्री
शिवसेना ने सामना में पूछा ट्रंप कोई बड़े बुद्धिजीवी, प्रशासक, दुनिया का कल्याण करनेवाले विचारक हैं क्या? निश्चित ही नहीं लेकिन सत्ता पर बैठे व्यक्ति के पास होशियारी की गंगोत्री है। सत्ता के सामने होशियारी चलती नहीं बाबा! मौका पड़े तो गधे को भी बाप कहना पड़ता है।
ऐसे इस बलवान अमरीका के बलवान राष्ट्रपति भारत दौरे पर आ रहे हैं और इसको लेकर खुद प्रेसिडेंट ट्रंप और उनकी पत्नी उत्साहित हैं। उनके स्वागत के लिए भारत में या प्रत्यक्ष दिल्ली में कितनी उत्सुकता है यह पता नहीं। लेकिन मोदी-शाह के गुजरात में ट्रंप का आगमन सर्वप्रथम होने से वहां उत्सुकता उफान पर है।
तीन घंटे के दौरे के लिए 100 करोड़ खर्च
सामना में लिखा है कि प्रेसिडेंट ट्रंप को पहले गुजरात में ही क्यों लेकर जाया जा रहा है? इस सवाल का सही जवाब मिलना कठिन है। ट्रंप अमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरेंगे इसलिए एयरपोर्ट और एयरपोर्ट के बाहर की सड़कों की मरम्मत शुरू हो गई है। प्रेसिडेंट ट्रंप वे केवल तीन घंटों के दौरे पर आ रहे हैं और उनके लिए 100 करोड़ रुपया सरकारी तिजोरी से खर्च हो रहा है।
ताकि ना दिखें गुजरात के गरीब
ट्रंप गुजरात में चरण पड़ रह हैं तो सरकार ने 14 सड़कों का डामरीकरण शुरू कर दिया, नई सड़कें भी बन रही हैं। खास बात यह है कि प्रेसिडेंट ट्रंप को सड़क से सटे गरीबों के झोपड़े का दर्शन न हो इसके लिए सड़क के दोनों ओर किलों की तरह ऊंची-ऊंची दीवारें बनाने का काम शुरू है।
शिवसेना ने तंज कसते हुए लिखा है कि ट्रंप की नजर से गुजरात की गरीबी, झोपड़े बच जाएं, इसके लिए यह राष्ट्रीय योजना हाथ में ली गई है।
एक दूजे के लिए
मोदी की जय-जयकार करने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले अमरीका में 'हाऊ डी मोदी' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उसमें ट्रंप ने उपस्थिति दर्ज कराई थी।
अब अमरीका में राष्ट्रपति पद के चुनाव आ गए हैं और गुजरात में 'केम छो ट्रंप' कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह सीधे राजनैतिक योजना है। गुजरात के कई लोग अमरीका में हैं, उन्हें आकर्षित करने के लिए खेल रचा गया है। फिर भी इसका राजनैतिक विरोध नहीं होना चाहिए।
Updated on:
17 Feb 2020 03:06 pm
Published on:
17 Feb 2020 10:45 am
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