
जब अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी से कहा, “तुम यहां से जाओ”
नई दिल्ली। भाजपा का उदारवाजी चेहरा माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया। वह 93 साल के थे। वाजपेयी लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते उनको एम्स में भर्ती कराया गया था। पिछले माह कई बार ऐसा हुआ जब वाजपेयी की हाल बिगड़ी और उन्होंने वापसी की। लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनकी हालत काफी नाजुक चल रही थी और उनको जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। वह वाजपेयी ही थी, जिन्होंने 90 के दशक में केंद्र में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाई देश के प्रधानमंत्री बने। अटल के बाद उनके कई अनसुने किस्से सामने आ रहे हैं। एक ऐसा ही किस्सा 1995 में उस समय का है, जब गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था। तब शंकर सिंह वाघेला और नरेंद्र मोदी को दरकिनार कर केशुभाई पटेल को सीएम बनाया गया था।
तब नरेंद्र मोदी को पार्टी ने किसी काम से दिल्ली बुला लिया था। यही नहीं साल 1998 के मध्यावधि चुनाव में भी नरेंद्र मोदी की हिस्सेदारी को दरकिनार कर दिया गया। तभी 2001 में गुजरात भयंकर भूकंप की त्रासदी से आ घिरा और केशुभाई पटेल को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। इस दौरान नरेंद्र मोदी दिल्ली में ही मौजूद थे। इस दौरान पीएम आवास ने मोदी को फोन आया और उनको तत्काल आने के लिए कहा गया। अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। फोन आते ही मोदी पीएम से मिलने पहुंचे। तब अटल बोले मोदी तुम दिल्ली छोड़ दो। यह सुनकर मोदी हैरान रह गए और परेशान भी। फिर वाजपेयी ने कहा गुजरात जाओ वहां तुम्हारी जरूरत है। इसके बाद मोदी को पता चला कि वाजपेयी की इच्छा उनको गुजरात का सीएम बनाने की है।
बस फिर क्या था मोदी गुजरात के लिए रवाना हो गए और सीएम पद का कार्यभार संभाला। यहीं से उनका राजनीतिक सितार चमकने लगा और फिर वह 2002, 2007 और 2014 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
Published on:
17 Aug 2018 09:19 am
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