
बिहार नतीजों पर कांग्रेस की नजर
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Polls ) में एनडीए से लेकर महागठबंधन तक हर कोई अपनी जीत के लिए जी जान से जुटा है। एक हफ्ते के अंदर इस बात का फैसला भी हो जाएगा कि बिहार की सत्ता पर कौन काबिज होगा। भले ही ये चुनाव बिहार की विधानसभा पर कब्जा जमाने के लिए हो रहा है, लेकिन इसका सीधा असर कांग्रेस पार्टी पर नजर आ सकता है।
बिहार चुनाव के नतीजे कुछ हद तक कांग्रेस के आगे की दिशा और दशा को भी तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। यही वजह है कि कांग्रेस की नजर बिहार चुनाव के नतीजों पर टिकी हुई है। आईए इन तीन अहम कारणों से समझते हैं कि आखिर कांग्रेस के लिए बिहार चुनाव के नतीजे क्यों जरूरी हैं।
1. राहुल गांधी का नेतृत्व
बिहार चुनाव के नतीजों के साथ ही एक बार फिर राहुल गांधी के नेतृत्व की परीक्षा। जिस तरह गुजरात चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन ने राहुल गांधी को रातों-रात परिपक्व राजनेता बना दिया था, उसी तरह बिहार चुनाव के नतीजे भी राहुल की नेतृत्व क्षमता की कड़ी परीक्षा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दिनों पार्टी में शीर्ष नेतृत्व को लेकर तनाव है। ऐसे में बिहार चुनाव की कमान संभाले राहुल गांधी के लिए नतीजे मन मुताबिक आते हैं तो ये उनके कद को कायम रखने में अहम भूमिका निभाएंगे।
2. अध्यक्ष पद का फैसला
कांग्रेस में लंबे समय से अध्यक्ष पद को लेकर घमासान जारी है। बिहार चुनाव के नतीजों के बाद होने वाली कांग्रेस की बैठक में जाहिर तौर पर पार्टी का प्रदर्शन अहम भूमिका निभाएगा। ऐसे में कांग्रेस के लिए अध्यक्ष पद के चुनाव की राह भी बिहार के परिणामों से ही होकर गुजरती है। 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को अपनी सही राह पकड़नी होगी, इसके लिए जरूरी है शीर्ष नेतृत्व। परमानेंट अध्यक्ष मिलने के बाद पार्टी के लिए ये राह बहुत हद तक सरल हो जाएगी।
3. असंतुष्टों का दबाव होगा कम
कांग्रेस में पिछले दिनों 23 असंतुष्टों की नाराजगी जग जाहिर है। इन असंतुष्टों के दबाव के राहत के लिए भी जरूरी है कि बिहार के नतीजे कांग्रेस के लिए बेहतर प्रदर्शन लेकर आएं। इससे पार्टी में उठ रहे असंतोष के स्वरों को दबाना आसान होगा और भविष्य के लिए भी नजीर पेश की जा सकेगी।
हालांकि इन परिणामों के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव भी कांग्रेस के लिए उतने ही महत्वपूर्ण होंगे। क्योंकि बंगाल समेत कुछ अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में कांग्रेस के पास करने के लिए बहुत खास नहीं है। ऐसे में बेहतर होगा कि बिहार चुनाव के परिणामों के साथ पार्टी नए अध्यक्ष को चुनकर अंदरुनी अड़चनों को दूर कर ले।
Published on:
03 Nov 2020 09:04 am
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