Bihar Election: आज थमेगा प्रचार का शोर, BJP के लिए अहम है तीसरा चरण तो दांव पर होगी 12 मंत्रियों की साख
- Bihar Election 2020 तीसरे और अंतिम चरण के लिए 5 नवंबर को थमेगा प्रचार का शोर
- नीतीश सरकार के 12 मंत्रियों का दांव पर होगी साख
- बीजेपी के लिए काफी अहम फाइनल राउंड, 2010 के बाद आई गिरावट

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार का शोर गुरुवार को थम जाएगा। तीसरे और आखिरी फेज के लिए 7 नवंबर को 15 जिलों की 78 सीटों पर मतदान होगा। बिहार चुनाव के अंतिम चरण में जहां 12 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए भी बिहार चुनाव का फाइनल राउंड काफी अहम है।
आपको बता दें कि वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए भी मतदान 7 नवंबर को ही संपन्न होगा। यानी इस उपचुनाव का प्रचार भी गुरुवार को थम जाएगा।
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फाइन राउंड में इतनी सीटों पर दलों की दावेदारी
आरजेडी- 46 सीट
कांग्रेस - 25
जेडीयू- 37
बीजेपी - 35
सीपीआई एम- 5
सीपीआई- दो
एआईएमआईएम- 24
हम- 01
इन 12 मंत्रियों की दांव पर साख
बिहार चुनाव के फाइनल राउंड में नीतीश के कुल 12 मंत्रियों की अग्नि परीक्षा है। इनमें जेडीयू के 7 और बीजेपी के 5 मंत्री शामिल हैं।
ये है जेडीयू के 7 मंत्री
सिकटा से फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद, बाबूबरही से दिवंगत मंत्री कपिलदेव कामत की बहू मीणा कामत, लौकहा से लक्ष्मेश्वर राय, सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, रूपौली से बीमा भारती, बहादुरपुर से मदन सहनी और आलम नगर से नरेंद्र नारायण यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है।
BJP के 5 मंत्रियों की अग्नि परीक्षा
मुजफ्फरपुर से सुरेश शर्मा, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा, बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि और प्राणपुर सीट से दिवंगत मंत्री विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह किस्मत आजमा रही हैं।
बीजेपी के लिए इसलिए अहम
बीजेपी के लिए तीसरा चरण काफी अहम है, क्योंकि पिछले चुनाव यानी 2015 में बीजेपी ने 54 सीटों में से एक तिहाई से ज्यादा सीटें इसी चरण से अर्जित की थीं। ऐसे में बीजेपी को पिछले जीत का सिलसिल कायम रखने के साथ ही ज्यादा सीटें जीतने की चुनौती भी है।
2010 के बाद आई गिरावट
दरअसल 2010 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इन इलाकों से बंपर जनमत मिला था, लेकिन अगले चुनाव यानी 2015 में इसमें गिरावट दर्ज की गई। 2010 में जहां 35 में से 27 सीट बीजेपी के खाते में आई वहीं 2015 में 54 में से महज 19 सीटों पर कब्जा जमा पाई।
ऐसे में इस बार बीजेपी एक बार फिर 35 सीटों पर चुनावी मैदान में हैं, ऐसे में पार्टी के लिए साख बचाते हुए ज्यादा सीटें जीतना लक्ष्य है।
8 नए और 27 पुरानों पर दांव
बिहार के फाइनल राउंड में बीजेपी ने 8 नए उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। जबकि 27 पुराने उम्मीदवारों को ही कमान सौंपी है। 35 उम्मीदवारों में से इस बार बीजेपी ने 6 महिलाओं को भी चुनावी मैदान में उतारा है।
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