
बिहार में टूटा 2015 मतदान का रिकॉर्ड।
नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस (coronavirus) संकट के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव ( Bihar Election ) संपन्न हो चुका है। तीन चरणों में मतदान कराया गया। वहीं, 10 नवंबर यानी मंगलवार को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे। पूरे चुनाव के दौरान कोरोना का कहर भले ही जारी रहा, लेकिन मतदान को लेकर लोगों का जज़्बा का कम नहीं है। इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि 2020 के चुनाव में 2015 का रिकॉर्ड टूट गया। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, इस बार बिहार में मतदान का प्रतिशत 57 से ज्यादा रहा।
बिहार में टूटा 2015 का रिकॉर्ड
निर्वाचन आयोग का कहना है कि कोरोना काल में बिहार में मतदान का प्रतिशत पिछले बार की तुलना में ज्यादा रहा। आयोग ने बताया कि राज्य में इस साल 57.05 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि, 2015 विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 56.66 था। इतना ही नहीं इस चुनाव में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। महिला मतदाताओं की संख्या 59.69 थी। वहीं, 54.68 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया। आंकड़ों के मुताबिक, सबसे ज्यादा मतदान तीसरे चरण में हुआ। तीसरे चरण में तकरीबन 60 फीसदी मतदान हुआ है। वहीं, पहले चरण में 55.68 प्रतिशत, जबकि दूसरे चरण में 55.70 प्रतिशत मतदान हुआ।
मंगलवार को मतगणना
चुनाव आयोग का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ था। सबसे बड़ी बात ये रही कि तीसरे चरण में जहां भी वोटिंग हुई है, कहीं दोबारा मतदान कराने का आदेश नहीं दिया गया। कोरोना काल में पहली बार इस बड़े लेवल पर मतदान हुआ है। इस बार वोटिंग की समय अवधि भी बढ़ाई गई थी। वहीं, अब सब की निगाहें 10 नवंबर पर टिकी। ऐसा माना जा रहा है कि बिहार को कल अपना अगला मुख्यमंत्री मिल जाएगा। हालांकि, तकरीबन सारे एग्जिट पोल महागठबंधन को बहुमत दे रहे हैं। यहां आपको बता दें कि इस बार चुनाव में बड़े सियासी बड़े उलटफेर देखने को मिले हैं। कई गठबंधन बने, कई नेताओं ने दल बदले। वहीं, कुछ नई पार्टियां भी चुनाव मैदान में उतरीं।
Published on:
09 Nov 2020 09:35 am
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