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Bihar Election : जेडीयू ने दी इस बात की चेतावनी, कहा – एलजेपी के रुख पर बीजेपी तत्काल ले फैसला

  नीतीश कुमार काजल की कोठरी में रहकर भी बेदाग। चिराग पासवान का बयान गठबंधन धर्म के खिलाफ। एलजेपी 143 सीटों पर चुनाव लड़ने का जता चुकी है इरादा।

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Chirag-Nitish

नीतीश कुमार काजल की कोठरी में रहकर भी बेदाग।

नई दिल्ली। महागठबंधन की तरह बिहार में चुनावी घमासान एनडीए के प्रमुख सहयोगी दलों के बीच भी चरम पर है। शनिवार को लोक जनशिक्त पार्टी के नेता चिराग पासवान के रुख से नाराज जेडीयू ने बीजेपी को अल्टीमेटम तक दे दिया है। जेडीयू ने बीजेपी से कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ चिराग पासवान के स्टैंड को गंभीरता से ले और पार्टी का रुख साफ करे।

जेडीयू के नेताओं चिराग पासवान द्वारा लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोलने के बाद ये चेतावनी दी है। अब तो चिराग ने नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट 7 निश्चय पर सवाल उठा दिए हैं। एलजेपी ने नीतीश सरकार के 7 निश्चय को भ्रष्टाचार का पिटारा करार दिया है। चिराग के इस बयान को जेडीयू नेताओं ने गठबंधन धर्म के विपरीत बताया है।

नीतीश कुमार पूरी तरह से बेदाग

एलजेपी के बयान पर जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि हमारी पार्टी नीतीश कुमार के कामों पर सवाल बर्दाश्त नहीं करेगी। काजल की कोठरी में रहकर भी नीतीश कुमार आज तक बेदाग हैं। चिराग का बयान गठबंधन धर्म के खिलाफ है। बीजेपी इसे गंभीरता से ले।
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फैसला लेने में देर न करें चिराग

जेडीयू प्रवक्ता के इस बयान के बाद आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दखल देते हुए कहा कि चिराग पासवान फैसला लेने में देर कर रहे हैं। उन्हें जल्द फैसला ले लेना चाहिए। बिहार की 12 करोड़ जनता देख रही है कि चिराग एनडीए की डूबती नाव पर सवार हैं।

वहीं एलजेपी अध्यक्ष के तेवर पर कांग्रेस नेता आनंद माधव ने कहा कि चिराग के बयानों का कांग्रेस समर्थन करती है। चिराग ने देर से ही सही मजबूत बात उठाई है।

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तार्किक आधार पर हो समझौता

बता दें कि जेडीयू की चेतावनी के उलट एलजेपी के नेता पहले ही साफ कर चुके हैं कि सम्मानजनक सीटें नहीं मिलने पर उनकी पार्टी 143 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का काम करेगी। एलजेपी की मांग है कि सीट शेयरिंग के मुद्दे पर एनडीए में तार्किक समझौता हो। इस आधार पर एलजेपी को चुनाव लड़ने के लिए 42 सीट मिले। ऐसा न होने पर एलजेपी जेडीयू के ख़िलाफ़ हर सीट पर उम्मीदवार उतार सकती है। एलजेपी की मजबूत सीटों पर बीजेपी के साथ फ्रेंडली फाइट की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।