भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया
भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ ( BJP Media Cell ) के प्रमुख अनिल बलूनी ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट 2018 (International Religious Freedom Report 2018) पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की यह मूल अवधारणा कि भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के पीछे कोई षड्यंत्र है, बिल्कुल गलत है।
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स्थानीय विवादों और अपराधी तत्वों का हाथ
भाजपा नेता ने यह भी कहा कि ऐसे अधिकांश मामलों में स्थानीय विवादों और अपराधी तत्वों का हाथ होता है। बलूनी ने कहा कि यहां जब कभी ऐसी स्थिति आई तो प्रधानमंत्री और भाजपा नेताओं ने अल्पसंख्यक समुदाय और समाज के कमजोर तबके के खिलाफ हुई हिंसा की कड़ी अलोचना की है।
लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें काफी गहराई तक
अनिल बलूनी ने कहा कि भारत में लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें काफी गहराई तक हैं। भारत में लोकतांत्रिक संस्थाएं पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। वो इस तरह के विवादों में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में भी पूर्णत: सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश सच्चाई को इस रिपोर्ट में बिल्कुल अनदेखा कर दिया गया है।
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21 जून को जारी रिपोर्ट
बता दें कि 21 जून को जारी रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ उकसाने वाले भाषण देते हैं। गौरतलब है कि 21 जून को जारी रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेता अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ उकसाने वाले भाषण देने का आरोप लगाया था।