भाजपा विधायक ने 2016 में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अनीमुल हक को हराकर सोनाई सीट जीती थी। उन्हें हाल ही में हस्तलिखित धमकीभरा खत मिला। खत लाल स्याही से बंगाली भाषा में है। लाल स्याही से लिखे खत के के पैकेट में .32 एमएम पिस्तौल की दो गोलियां भी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खत 22 मई को करीमगंज से पोस्ट किया गया और यह उन्हें नौ जून को मिला। खत में लिखा गया है कि मुसलमान होने के बावजूद उन्होंने भाजपा का साथ क्यों दिया? विधायक पर आरोप है कि उन्होंने मई महीने में बराक वैली में नागरिकता (संशोधन) बिल 2016 का विरोध नहीं किया। विधायक ने आरोप लगाया कि संभव है कि यह खत अवैध व्यापार के सिंडिकेट या भूमाफिया की ओर से भेजा गया हो।
उन्होंने सिलचर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। घटना के बाद राज्य सरकार ने विधायक की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि असम सरकार ने अवैध रूप से राज्य में बसे हुए बांग्लादेशियों को निकालने के लिए नागरिकता कानून लागू करने का फैसला किया है। इसके विरोध में राज्य में काफी प्रदर्शन हो रहे हैं। बता दें कि राज्य में पहली बार भाजपा ने सरकार बनाई है।