
चुनाव पूर्व सर्वे: राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में हार सकती है भाजपा, कांग्रेस की वापसी के संकेत
नई दिल्ली। हाल ही में एबीपी न्यूज और सी-वोटर द्वारा राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कराए गए एक ओपिनियन पोल के मुताबिक तीनों राज्यों में कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाएगी लेकिन केंद्र में लोग मोदी सरकार को दोबारा सत्ता सौंपना चाहते हैं। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। तीनों राज्यों और केंद्र की सत्ता में भाजपा है। तीनों राज्यों के विधानसभा चुनावों को 2019 का सेमीफाइनल बताया जा रहा है। यह सर्वे इन राज्यों के चुनावी नतीजों से पहले जनता के मूड को भांपने के लिए कराया गया है।
राजस्थान:
सर्वे के मुताबिक 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस को 130 और भाजपा को 57 सीटें मिल सकती हैं। जबकि अन्य को 13 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है। ताजा सर्वे रिपोर्ट, 2013 के विधानसभा चुनावों में सीटों की संख्या के ठीक उलट है। 2013 में भाजपा ने 163 सीटों पर कब्जा कर लिया था और कांग्रेस की झोली में 21 सीटें गईं थीं। 2013 के नतीजों से तुलना करें तो भाजपा को इस बार 107 सीटों का भारी नुकसान हो रहा है और कांग्रेस को 109 सीटों का बड़ा फायदा मिल सकता है।
जहां तक वोट प्रतिशत की बात है तो कांग्रेस की लहर चल रही है। मोटे तौर पर राजस्थान में कांग्रेस को 51 फीसदी तो भाजपा को महज 37 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। 12 फीसदी वोट अन्य उम्मीदवारों के पक्ष में जाने की संभावना है।
मध्य प्रदेश:
230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस को 117 और भाजपा को 106 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में सात सीटें जाने की उम्मीद है। 2013 के नतीजों के आधार पर देखें तो भाजपा को 59 सीटों का नुकसान हो रहा है जबकि कांग्रेस को इतनी ही सीटों का लाभ मिल सकता है।
वोट प्रतिशत के लिहाज से देखें तो ओपिनियन पोल के मुताबिक इस बार कांग्रेस के खाते में 42 फीसदी तो भाजपा के खाते में 40 फीसदी वोट जाने की उम्मीद है। अन्य के खातों में 18 फीसदी वोट शिफ्ट होने की संभावना है। सर्वे के मुताबिक मध्य प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है लेकिन कांग्रेस भाजपा के खिलाफ दो प्रतिशत वोट के साथ बढ़त बनाती दिख रही है।
छत्तीसगढ़:
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर सकती है। प्रदेश की कुल 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 54 और भाजपा को 33 सीटें मिलने की उम्मीद है। अन्य के खाते में तीन सीटें जाने की उम्मीद है। यानी 2013 के नतीजों के लिहाज से भाजपा को 16 सीटों का नुकसान और कांग्रेस को 15 सीटों का लाभ मिलने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ में वोट शेयर के लिहाज से देखें तो कांग्रेस और भाजपा के बीच महज एक फीसदी का अंतर है लेकिन इस एक फीसद वोटों के उतार चढ़ाव में सीटों की जीत हार की संख्या में भारी उलटफेर के संकेत मिले हैं। सर्वे के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। कांग्रेस को 40 फीसदी और भाजपा को 39 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल है। लेकिन सबसे अहम यह है कि अन्य के हिस्से में 21 फीसद वोट जा रहा है जो चौंकाने वाला है।
Updated on:
14 Aug 2018 09:49 am
Published on:
14 Aug 2018 09:32 am
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