6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

​2019 के सेमीफाइनल में भाजपा की हार, अब राममंदिर और धारा 370 जैसे मुद्दों पर लौट सकती है पार्टी

देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को संजीवनी मिली है, वहीं भाजपा को बड़ा झटका लगा है।

2 min read
Google source verification

image

Mohit sharma

Dec 12, 2018

news

​2019 के समीफाइल में भाजपा की हार, अब राममंदिर और धारा 370 जैसे मुद्दों पर लौट सकती है पार्टी

नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को संजीवनी मिली है, वहीं भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा शासित तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। माना जा रहा है कि चुनावी नतीजे आने के बाद भाजपा को मिशन 2019 के लिए अपनी रणनीति को लेकर पुर्नविचार करना पड़ सकता है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस हार के बाद भाजपा एक बार फिर राममंदिर और जम्मू-कश्मीर में धारा 370 पर वापस लौट सकती है।

तेलंगाना विधानसभा में घटी महिलाओं की हिस्सेदारी, 119 सीटों में केवल 6 बनीं विधायक

चुनाव राहुल बनाम मोदी

दरअसल, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रयास होगा कि चुनाव राहुल बनाम मोदी हो। इस मुद्दे पर न केवल लोकसभा चुनाव में सहयोगी दलों को एकजुट करने में आसानी होगी, बल्कि राहुल गांधी की स्वीकार्यता बढ़ेगी। जबकि विधानसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी अब मोदी के खिलाफ बने देशभर में बने गुस्से को कैश करने का प्रयास करेंगे। आपको बता दें कि देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों से जहां कांग्रेस में जश्न का माहौल है, वहीं भाजपा नेताओं के लिए यह बड़ा झटका है। पार्टी की हार पर भाजपा नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि चुनावों के नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं आए हैं।

तेलंगाना: ममता, नीतीश और कुमारस्वामी ने दी केसीआर को बधाई, तीन राज्यों में कांग्रेस आगे

रणनीति में बड़ा फेरबदल कर सकती है भाजपा

वहीं कांग्रेस के जवाब में भाजपा अपनी रणनीति में बड़ा फेरबदल कर सकती है। असल में 2014 में 23 दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरी भाजपा से अब तक 11 सहयोगी दल नाता तोड़ चुके हैं। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद भाजपा अब सहयोगी दलों के प्रति नरम रवैया अख्तियार करेगी। इसके साथ ही हार का बदलना लेने के लिए भाजपा राम मंदिर, धारा-370, कॉमन सिविल कोड जैसे मुद्दों को हवा दे सकती है।