19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राज्यसभा में भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी, बहुमत का इंतजार

कांग्रेस को एक सीट से पीछे कर भाजपा के अब राज्यसभा में 58 सदस्य हैं, जबकि कांग्रेस के पास 57 सदस्य। राज्यसभा में कुल 245 सदस्य हैं।

2 min read
Google source verification

image

Mohit Sharma

Aug 04, 2017

Minister Narendra Modi and

goverment

नई दिल्ली। इतिहास में पहली बार भाजपा संसद के उच्च सदन राज्यसभा में सबसे बड़ी पाटीज़् बन गई है। कांग्रेस को एक सीट से पीछे कर भाजपा के अब राज्यसभा में 58 सदस्य हैं, जबकि कांग्रेस के पास 57 सदस्य। राज्यसभा में कुल 245 सदस्य हैं। मध्यप्रदेश में हुये उपचुनाव के बाद राज्यसभा में निर्वाचित भाजपा सांसद सम्पतिया उइके ने गुरूवार को शपथ ली। केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन के बाद इस सीट पर चुनाव हुआ। उइके निर्विरोध चुने गए।

2014 के बाद सख्याबल में भारी भाजपानरेंद्र मोदी सरकार के मई 2014 में सत्ता में आने के बाद यह पहला मौका है जब राज्यसभा में भाजपा के सबसे ज्यादा सांसद हैं। हालांकि अभी भी भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के पास उच्च सदन में निर्णायक बहुमत नहीं है। जेडीयू के साथ आने से उसकी ताकत जरुर बढ़ी है।

बहुमत के लिए 2018 तक इंतजार

बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए भाजपा को अभी 2018 तक इंतजार करना होगा, जब यूपी समेत कई राज्यों में राज्यसभा की सीटों के लिए चुनाव होंगे। 8 अगस्त, मंगलवार को राज्यसभा की 9 सीटों के लिए चुनाव होना है। इनमें 6 सीटें पश्चिम बंगाल की हैं और 3 सीटें गुजरात की हैं लेकिन इससे बहुमत के आकड़े पर फर्क नहीं पड़ेगा।

गुजरात में तीसरी सीट कब्जाने की कोशिश...
भाजपा गुजरात की दो सीटों पर जीत दर्ज कराने के लिए पहले ही तैयारी कर चुकी है। कांग्रेस के अहमद पटेल को रोककर भाजपा तीसरी सीट के लिए भी जोर लगा रही है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के दो सदस्यों का कायज़्काल खत्म हो रहा है लेकिन पार्टी यहां सिर्फ एक सीट जीतने की स्थिति में दिख रही है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस की ओर से पांच सदस्यों को राज्यसभा में भेजा जाना तय है।

दो सदस्यों की मृत्यु से बदला गणित...
कांग्रेस पाटीज़् 2018 तक राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में रहती लेकिन उसके दो सदस्यों, तेलंगाना से पलवई गोवर्धन रेड्डी की जून, 2017 और गुजरात से प्रवीण राष्ट्रपाल की मई, 2016 में मृत्यु के बाद उसके सदस्यों की संख्या कम हो गई।

एनडीए 86
भाजपा (58) , जेडीयू (10) , तेलगू देशम पाटीज़् (6), शिरोमणि अकाली दल (3), शिवसेना (3), पीडीपी (2), बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (1), नागा पीपुल्स फ्रंट (1), रिपब्लिकन पार्टीज ऑफ इंडिया (ए) (1) और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (1)


यूपीए 143
कांग्रेस (57), डीएमके (4), इंडियन यूनियन लीग (1), केरल कांग्रेस (एम) (1), राजद (3), आईएनएलडी(1), जद(एस) (1)


सपा-18, एआईएडीएमके (13), तृणमूल कांग्रेस (12), बीजद (8), सीपीआई(एम) (8), बसपा (5), एनसीपी (5), टीआरएस (3), सीपीआई (1), जेएमएम (1), वाईएसआर कांग्रेस पाटीज़् (1)

नामित 8
निर्दलीय 6
रिक्त 2