दरअसल सिद्धू को अपने पद से इस्तीफा ( Navjot Singh Sidhu Resign ) दिए तीन दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक सरकार की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जो दर्शाता है कि मामला कितना गंभीर है।
पंजाब मंत्रिमंडल ( Punjab Cabinet ) से सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद से ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ( CM Amarinder Singh ) दुविधा में हैं। Karnataka Floor Test LIVE: विश्वासमत पर बहस जारी, येदियुरप्पा बोले- कुमारस्वामी सरकार का गिरना तय
खास बात यह है कि सीएम अब तक इस मसले पर कोई फैसला नहीं ले पाए हैं। दो दिन से संभावना जताई जा रही है कि वह जल्द फैसला लेंगे, लेकिन अब तक ऐसा हो नहीं सका।
बताया जा रहा है कि गुरुवार शाम तक सीएम अमरिंदर सिंह की ओर से इस मामले पर फैसला आ सकता है। आपको बता दें कि सिद्धू ने रविवार को ट्वीट के जरिये पहले अपना इस्तीफा साझा किया। इसमें उन्होंने बताया कि वह 10 जून को राहुल गांधी को अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
उनके इस ट्वीट के बाद सवाल खड़े हुए कि आखिर उन्होंने राहुल गांधी को इस्तीफा क्यों सौपा। मुख्यमंत्री या फिर राज्यपाल को क्यों नहीं। सोमवार को सिद्धू ने एक और ट्वीट किया और बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
इसके बाद सीएम अमरिंदर सिंह की भी प्रतिक्रिया आई और उन्होंने कहा कि उनका सिद्धू के साथ कोई विवाद नहीं है। बल्कि उन्होंने तो कैबिनेट रिशफल (मंत्रिमंडल फेरबदल) के वक्त उन्हें महत्वपूर्ण विभाग सौंपा था।
आपको बता दें कि सिद्धू अपना मंत्रालय बदले जाने को लेकर काफी नाराज थे और इसी के चलते उन्होंने पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंपा था। बहरहाल सिद्धू के इस्तीफे के बाद सीएम का कहना था कि यह पूरी तरह सिद्धू का अपना फैसला है और उनके पास जैसे इस्तीफा पहुंचता है वह नियमों के मुताबिक कार्रवाई करेंगे। लेकिन अब तक इस बात को तीन दिन बीत चुके हैं
कुलभूषण पर फैसले को पाकिस्तान ने बताया अपनी जीत, गिरिराज सिंह ने ऐसे कसा तंज अमरिंदर पर दबाव सिद्धू के इस्तीफे को मंजूर करने को लेकर सीएम अमरिंदर सिंह पर भी दबाव बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तीन से चार मंत्री लगातार सीएम से सिद्धू का इस्तीफा मंजूर करने को कह रहे हैं।
गौरतलब है कि पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह बुधवार शाम तक दिल्ली में मौजूद थे। 17 की शाम को वह पंजाब के लिए रवाना हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है आज यानी गुरुवार को वह सिद्धू के मामले पर कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।