
शादाब अहमद
नई दिल्ली। गुजरात, पश्चिम बंगाल और पंजाब की 5 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए अलर्ट है। क्योंकि कांग्रेस पिछले छह महीने से संगठन सृजन कार्यक्रम चला रही है। गुजरात पर फोकस करने के बावजूद यहां की दोनों सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं पंजाब में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वरिंग लुधियाना से सांसद है। इनकी संसदीय सीट की लुधियाना पूर्व से कांग्रेस को हार मिली है।
दरअसल, कांग्रेस अपने आपको भविष्य के चुनावों के लिए खड़ी कर रही है। इसके लिए संगठन को मजबूत बनाने का काम चल रहा है। गुजरात में लंबी प्रक्रिया के बाद 40 जिलों में अध्यक्षों की घोषणा की गई। इस बीच दो सीटों के उपचुनाव नतीजों ने गुजरात में कांग्रेस संगठन की पोल खोल दी है। वैसे भी जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा को लेकर कांग्रेस में असंतोष सामने आया है। अब उपचुनाव में हार के बाद शक्ति सिंह गोहेल ने प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
आप ने गुजरात और पंजाब में एक-एक सीट जीतकर अपनी ताकत फिर दिखाई है। वैसे यह दोनों सीटें पहले से ही आप के कब्जे में थी, लेकिन दिल्ली में विधानसभा चुनाव हारने के बाद आप की जीत का महत्व बढ़ गया है। वहीं इस जीत से कांग्रेस हैरान और परेशान है। कांग्रेस के रणनीतिकार आप से गठबंधन नहीं चाहते हैं, लेकिन दूसरा विकल्प भी नहीं सूझ रहा है।
गुजरात में हाल में जारी की गई जिलाध्यक्षों की सूची में किसी भी मुस्लिम नेता का नाम शामिल नहीं था। गुजरात समेत दिल्ली में कई नेताओं ने इस पर ऐतराज जताया, जिसके बाद भरूच शहर में मुस्लिम नेता को जिलाध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई। इसी तरह महज एक महिला को जिलाध्यक्ष बनाने पर विवाद बना हुआ है।
पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वरिंग की दिल्ली में मंगलवार को पत्रकार वार्ता प्रस्तावित थी। इस बीच उनकी संसदीय क्षेत्र लुधियाना के अधीन लुधियाना पूर्व में कांग्रेस की हार हो गई। सूत्रों का कहना है कि इस हार के चलते यह पत्रकार वार्ता स्थगित की गई है।
Updated on:
25 Jun 2025 10:14 am
Published on:
25 Jun 2025 10:13 am
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
