
गायों को न लग जाए ठंड, इसलिए खिला रहे हर महीने 10 क्विंटल गुड़
भोपाल. तेज ठंड के इस दौर में इंसान से लेकर पशुओं तक को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ठंड में दूध देनी वाली गायों की सेवा तो हो जाती है, लेकिन दूध नहीं देने वाली अधिकांश गायों को ठंड से बचाव के साधन उपलब्ध नहीं होते। हालात यह है कि ऐसी सैंकड़ों गायें सड़कों पर आवारा घूम रही हैं, जो ठंड से परेशान होती हैं। लेकिन गायों की ऐसी दुर्दशा के बीच हलाली डेम स्थित बृजमोहन रामकली गौ संरक्षण केन्द्र अलग आस जगाता है। यहां पर गायों को ठंड से बचाने के लिए हर महीने 10 क्विंटल से अधिक गुड़ चने और दाने के साथ खिलाया जा रहा है।
30 सालों से चल रहा है केन्द्र
गौ संरक्षण केन्द्र के सचिव प्रमोद नेमा बताते हैं, यह केन्द्र 30 सालों से चल रहा है। वर्तमान में यहां 1500 गायें हैं, खास बात यह है कि इनमें से एक भी दूध देने वाली नहीं है। हमारे यहां गायें खुले मैदान के बजाय शेड में रहती है। सर्दियों के पहले ही सभी रोशनदानों और गेट पर लगी जालियों में हरा नेट और कपड़े लगा दिए गए हैं। सर्दियों में गायों को धूप निकलने के बाद चराने ले जाया जाता है तो शाम को सूरज ढलने से पहले शेड में ले जाया जाता है । आश्रम के अध्यक्ष गायों को चारे और दाने के साथ हर 15 दिन पर नमक तो खिलाया ही जाता है, सर्दियों में उन्हें ठंड से बचाने के लिए प्रतिदिन उन्हें गुड़ खिलाया जाता है। गौशाला में हर सप्ताह दो से ढ़ाई क्विंटल गुड़ गायों को खिलाया जा रहा है।
गायों को कंबल से ढांका
करूणाधाम आश्रम की ओर से बुदनी के पास ग्वाडिय़ा में संचालित की जाने वाली गौशाला में 85 से अधिक गायें हैं। प्रबंधन देखने वाले अजय कोतवाल बताते हैं। आश्रम में गायों को ठंड से बचाने के लिए कम्बल और बोरे के स्वेटर बनाकर ओढ़ाए गए हैं। इससे ठंड से बचाव होता है।
Published on:
17 Jan 2020 11:53 pm
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