
भाजपा का दामन थामतीं वीरप्पन की बेटी विद्या रानी।
चेन्नई। अर्थव्यवस्था के निर्माण में आदिवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiya Janata Party ) तमिलनाडु में उनका जोरदार स्वागत कर रही है। इसका ताजा उदाहरण राज्य के कृष्णागिरी जिले में देखने को मिला।
स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा पड़ोसी जिले धर्मापुरी में चंदन तस्कर वीरप्पन ( Smuggler Veerappan ) को मारे जाने के तकरीबन 15 वर्ष वह कुख्यात एक बार फिर से चर्चा में आ चुका है। हालांकि इस बार वजह थोड़ी बेहतर है क्योंकि वीरप्पन की बड़ी बिटिया विद्या रानी ने अब भाजपा का कमल थाम लिया है।
अपनी मां की ही तरह कई बार पुलिस शोषण का शिकार हो चुकीं विद्या रानी ने शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ( Muralidhar Rao ) और पूर्व भाजपा मंत्री पोन राधाकृष्णन की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
भाजपा ज्वाइन करने के दौरान 29 वर्षीय विद्या रानी ने कहा, "मैं जाति और धर्म के बारे में सोचे बिना शिक्षा के जरिये गरीब और वंचितों के लिए काम करना चाहती हूं। पीएम मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) की योजनाएं लोगों के लिए हैं और मैं उन्हें लोगों तक पहुंचाना चाहती हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "दो साल पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पोन राधाकृष्णन से मुलाकात के दौरान जब उन्होंने मुझसे पार्टी में जुड़कर लोगों की सेवा करने के लिए पूछा था, मैं इस कदम पर विचार कर रही थी।" विद्या रानी हर तबके के बच्चों की सहायता के लिए कृष्णागिरी में बीते एक वर्ष से ट्यूशन सेंटर चला रही हैं।
वहीं, इस दौरान भाजपा के राज्य सचिव केएस नरेंद्रन ने कहा कि हम उनका सही मंच पर प्रयोग करेंगे। उनके पद के बारे में फैसला बाद में लिया जाएगा।
दशकों तक पुलिस की नाक में दम करने वाले चंदन तस्कर की बेटी समेत अन्य के भाजपा में जुड़ने का कार्यक्रम कृष्णागिरी के एक निजी मैरिज हॉल में आयोजित किया गया। इस दौरान तमाम अन्य राजनीतिक दलों से 1000 लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली।
भाजपा से जुड़ने के बाद वहां मौजूद मीडिया ने विद्या रानी से सवाल पूछे हालांकि उन्होंने जवाब नहीं दिया। मीडिया उनसे पूछना चाहती थी कि जब उनकी मां मुथुलक्ष्मी वीरप्पन की मौत के बाद खुद का संगठन चला रही हैं, तब उन्होंने क्यों भगवा पार्टी का दामन थामा।
गौरतलब है कि इससे पहले एक ईसाई मारिया दीपक से लव मैरिज करने के चलते विद्या रानी का नाम सुर्खियों में आया था। वर्ष 2011 अपनी मां मुथुलक्ष्मी के विरोध के बावजूद विद्या रानी ने शादी की थी।
बता दें कि 18 अक्टूबर 2004 को कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन को मौत के घाट उतार दिया गया था। कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के छह हजार वर्ग किलोमीटर तक फैले जंगलों में राज करने वाले वीरप्पन ने कई दशकों तक अपना सिक्का चलाया।
गरीबों के रॉबिनहुड के नाम से भी पहचाने जाने वाले वीरप्पन ने कई अपहरण भी किए कहा जाता है कि उसने करीब 184 लोगों की हत्या की थी। इनमें 90 से ज्यादा पुलिस के बताए जाते हैं।
Updated on:
23 Feb 2020 06:37 pm
Published on:
23 Feb 2020 02:49 pm
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