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चारा घोटाला: फैसले से पहले भगवान की शरण में लालू परिवार, घर के बाहर पसरा सन्नाटा

राजद के एक नेता ने बताया कि तेजप्रताप ने इससे पहले साई मंदिर पहुंचकर ईश्वर से अपने पिता के लिए दुआ मांगी।

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Mohit sharma

Dec 23, 2017

Tej Pratap

नई दिल्ली। चर्चित चारा घोटाले के एक मामले में शनिवार को रांची की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत फैसला सुनाएगी। इस मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र भी आरोपी हैं। राजद अध्यक्ष पर अदालत के फैसला आने से पहले पटना स्थित लालू के आवास के बाहर सन्नाटा पसरा है, वहीं पूजा-अर्चना का दौर भी जारी है।

तेजप्रताप ने की पूजा अर्चना

लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप ने फैसले से पहले आवास में बने साईं मंदिर में पूजा अर्चना की। राजद के एक नेता ने बताया कि तेजप्रताप ने इससे पहले साई मंदिर पहुंचकर ईश्वर से अपने पिता के लिए दुआ मांगी। लालू आवास के बाहर हालांकि दो-चार सुरक्षाकर्मिययों को छोड़कर सन्नाटा पसरा हुआ है। आमतौर पर सुबह से ही लालू आवास के बाहर राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी जाती थी। गौरतलब है कि 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले मामले में रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत शनिवार को फैसला सुनाएगी।

13 दिसंबर को हुई अंतिम बहस

इस पर अंतिम बहस 13 दिसंबर को पूरी कर ली गई थी। राजद प्रमुख लालू प्रसाद एवं पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र सहित कई नेताओं एवं अधिकारी इस मामले में आरोपी हैं। यह मामला एकीकृत बिहार के देवघर कोषागार से अवैध निकासी से जुड़ा है। अदालत इस मामले पर अपराह्न तीन बजे फैसला सुनाएगी। न्यायाधीश ने इस मामले से जुड़े सभी अभियुक्तों को शनिवार के दिन कोर्ट में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित रहने को कहा था, जिसके चलते लालू प्रसाद शुक्रवार शाम को ही रांची पहुंचे गए थे। लालू प्रसाद के वकील प्रभात कुमार के अनुसार अभियुक्तों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120 बी, 467, 470 व भ्रष्टाचार संबंधी धाराओं में मामला रजिस्टर्ड हैं, मामले से जुड़े दो लोग अपना जुर्म स्वीकार चुके हैं। मौजूदा समय में केस से जुड़े 22 आरोपियों को लेकर फैसला सुनाया जाना है।

ये हैं आरोपी —

— पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव

— डॉ जगन्नाथ मिश्र

— पूर्व मंत्री डॉ आरके राणा

— विद्यासागर निषाद

— पूर्व सांसद जगदीश शर्मा

— लोकलेखा समिति के पूर्व अध्यक्ष ध्रुव भगत

— बेक जुलियस

— महेश प्रसाद

— फूलचंद्र सिंह