गुरुग्राम स्थित जिस हॉस्पिटल में नेताजी का इलाज चल रहा था। उस मेदांता अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया कि वयोवृद्ध राजनेता मुलायम सिंह यादव ने 10 अक्टूबर, 2022 की सुबह 8:16 मिनट पर आखिरी सांस ली।
यह भी पढ़ें – जब प्रधानमंत्री बनते बनते रह गए थे मुलायम सिंह यादव, जानिए क्या था कारण नेताजी को यूरिन इंफेक्शन, हाई ब्लड प्रेशर और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद गत 2 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।
एक ट्वीट में लिखा गया, ‘मेरे आदरणीय पिताजी और सबके नेताजी नहीं रहे- अखिलेश यादव’। मुलायम सिंह यादव के निधन की सूचना मिलते ही मेदांता अस्पताल पर उनके समर्थकों, परिवार के नजदीकी लोगों और राजनीतिक नेताओं-कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटने लगी।
धरतीपुत्र के नाम से मशहूर मुलायम सिंह के निधन की सूचना मिलने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह खुद मेदांता अस्पताल पहुंचे और नेताजी को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान अखिलेष यादव के अलावा रामगोपाल यादव भी मौजूद थे। राम गोपाल यादव ने बताया कि नेता जी का पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई के लिए जाएगा।
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