नई दिल्ली। भारत सरकार ने इमरान खान की बातचीत की पेशकश पर संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्रियों की वार्ता के लिए सहमति जता दी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिरी आतंकवाद और बात एक साथ कैसे चल सकते हैं। भाजपा के अंदर ही विरोध शुरू हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि पाकिस्तान आतंकी देश है उससे बात करना वक्त की बर्बादी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ”बात करना बेफिजूल है, इसका कोई उपयोग ही नहीं है। इस बातचीत के बाद अगर कुछ नहीं निकलेगा तो और निराशा ही पैदा होगी।’