
नई दिल्ली। नवजोत सिंह सिद्धू बेशक पंजाब कैबिनेट के मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन विवाद अभी थमा नहीं है। Navjot Singh Sidhu के पिछले विभाग यानी लोकल गवर्नमेंट विभाग से दो महत्वपूर्ण सरकारी फाइलें गायब हैं।
फाइलों के गायब होने की जानकारी सिद्धू का मंत्रालय बदले जाने के बाद मिली है। खबर बाहर आते राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई है।
घोटाले की फाइल भी गायब
विभाग से जो दो फाइलें गायब हैं, उनमें एक मुख्यमंत्री Amarinder Singh के 1,144 करोड़ रुपए के लुधियाना सिटी सेंटर घोटाले से जुड़ी है।
लोकल गवर्नमेंट डिपार्टमेंट की दूसरी गायब फाइल लुधियाना में कृषि भूमि पर अनधिकृत निर्माण से संबंधित शामिल है।
सीएम और बेटे का नाम भी था शामिल
सिटी सेंटर घोटाला सामने आने बाद कैप्टन अपने पिछले कार्यकाल में बुरी तरह से घिर गए थे। हालांकि विजलेंस ब्यूरो ने अमरिंदर सिंह, उनके बेटे रनिंदर सिंह और अन्य को लुधियाना सिटी सेंटर घोटाले में पहले ही क्लीन चिट दे चुकी है।
विभाग ने दिए जांच के आदेश
लोकल गवर्नमेंट मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने गायब फाइलों के लिए विभागीय जांच का आदेश दिए हैं, जिसमें लुधियाना में परियोजना को मंजूरी दिए जाने की भी फाइल है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जो फाइलें गायब हैं उनके बारे में पता लगाया जा रहा है।
हम सिद्धू से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। शायद उनको इस बारे में कोई जानकारी हो सकती है।
सीएमओ की भी है नजर
वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी चीफ सेक्रेटरी और विभागीय सेक्रेटरी से फाइलों का पता लगाने के लिए कहा है।
छह जून को बदला गया सिद्धू का विभाग
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 6 जून को कैबिनेट में फेरबदल करते हुए सिद्धू से लोकल गवर्नमेंट और पर्यटन-संस्कृति का पोर्टफोलियो छिन लिया।
इसके स्थान पर उन्हें बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्रालय दिया गया।
14 जुलाई को सिद्धू ने दिया इस्तीफा
मंत्रालय बदले जाने से नाराज सिद्धू ने 14 जुलाई को अमरिंदर कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। हालांकि अबतक उनका इस्तीफ मुख्यमंत्री ने स्वीकार नहीं किया है।
Updated on:
19 Jul 2019 10:03 pm
Published on:
19 Jul 2019 09:46 pm
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
