
नुसरतजहां
नई दिल्ली। सिंदूर और मंगलसूत्र पहनने की वजह से विवादों में आई टीएमसी सांसद Nusrat Jahan अब भगवान जगन्नाथ की Rathayatra में शामिल होंगी। भगवान श्रीकृष्ण भक्ति के प्रचार की अंतरराष्ट्रीय संस्था ISKCON ने नुसरत जहां को कोलकाता में अपनी रथ यात्रा के लिए नुसरत जहां को आमंत्रित किया है।
नुसरत ने स्वीकार किया आमंत्रण
नुसरत जहां ने मंगलवार को इस्कॉन का आमंत्रण स्वीकार कर लिया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि आमंत्रण के लिए धन्यवाद इस्कॉन कोलकाता। इस समावेशी कार्यक्रम के साथ जुड़ने में मुझे खुशी होगी।
रथ की रस्सी खींचकर ममता करेंगी शुभारंभ
मीडिया रिपोर्ट्स के इस रथयात्रा की शुरुआत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करेंगी। 4 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथ की रस्सी खींचकर सीएम बनर्जी रथयात्रा का शुभारंभ करेंगी। इसी रथयात्रा में सांसद नुसरत जहां को बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित हैं।
इस्कॉन ने अपने संदेश में क्या लिखा?
टीएमसी सांसद ने इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास के एक संदेश को भी रीट्वीट किया। संदेश में लिखा है कि इस्कॉन कोलकाता रथ यात्रा उस सामाजिक समरसता का एक उदाहरण है जहां हमारे मुस्लिम भाइयों के द्वारा भी भगवान के रथ बनाए गए हैं। भगवान के कुछ सबसे सुंदर कपड़े भी हमारे मुस्लिम भाइयों द्वारा बनाए गए हैं और वे हमारे कुछ मंदिरों में दशकों से ऐसा कर रहे हैं।
नुसरत जहां के खिलाफ जारी हुआ था फतवा
बता दें कि नुसरत जहां के खिलाफ देवबंद ( deoband fatwa ) के धर्मगुरुओं ने फतवा जारी किया है। लोकसभा में शपथ के दौरान उन्होंने हाथों में मेहंदी और सिर में सिंदूर लगा रखा था। साथ ही गले में मंगलसूत्र भी पहन रखा था। शपथ के बाद उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का पैर छूकर आर्शीवाद भी लिया था। इन्हीं वजहों से नुसरत की कुछ लोगों ने धर्म के आधार पर आलोचना की थी।
टीएमसी सांसद ने दिया करार जवाब
सिंदूर, बिंदी और मंगलसूत्र को लेकर धर्म का हवाला देने वालों को नुसरत जहां ने करारा जवाब भी दिया था। उन्होंने कहा कि मैं एक समावेशी भारतीय समाज का प्रतिनिधित्व करती हूं। जो किसी भी जाति, धर्म, पंथ और मजहब के बंधनों से बहुत ऊपर है। मुझे क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं इसपर किसी को भी टिप्पणी करने की जरुरत नहीं है।
Published on:
02 Jul 2019 05:31 pm
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