
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद सियासी घमासान लगातार जारी है। दिल्ली से लेकर कश्मीर तक बयानबाजी हो रही है। कुछ पार्टियां और नेता सरकार के इस फैसले के पक्ष में हैं, तो कुछ जमकर विरोध कर रहे हैं। इसी मामले को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला हिरासत में ही आपस में भिड़ गए। मामला इतना बिगड़ गया कि दोनों को अलग-अलग जगहों पर रखना पड़ा।
दरअसल, घाटी से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को हिरासत में लेकर हरि निवास महल में रखा गया था। दोनों नेता करीब एक हफ्ते से हिरासत में हैं। लेकिन, बीजेपी को लेकर दोनों नेता अचानक आपस में भिड़ गए।
दोनों एक-दूसरे पर राज्य में बीजेपी को लाने का आरोप मढ़ रहे थे। दोनों के बीच बहस चल ही रहा था कि उमर अब्दुल्ला महबूबा मुफ्ती पर जोर से चिल्ला पड़े। उमर ने महबूबा के पिता और दिवंगत नेता मोहम्मद सईद पर साल 2015 और 2018 में बीजेपी से गठबंधन करने का ताना मारा। इस पर महबूबा मुफ्ती ने भी उमर अब्दुल्ला को जमकर जवाब दिया।
महबूबा ने कहा कि अटल बिहारी सरकार में आप की पार्टी NDA के साथ थी। इतना ही नहीं वाजपेयी सरकार में आप (उमर अब्दुल्ला) जूनियर मिनिस्टर थे। मुफ्ती ने उमर के दादा शेख अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के लिए जिम्मेदार ठहरा। दोनों एक दूसरे पर जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और वहां मौजूद कुछ अधिकारी उनकी बातें सुन रहे थे।
एक अधिकारी के मुताबिक, दोनों के बीच मामला इतना बिगड़ गया कि उन्हें अलग-अलग रहने का फैसला किया गया। उमर अब्दुल्ला को हरि निवास से ले जाकर चेश्माशाही में वन विभाग के भवन में रखा गया। जबकि, महबूबा मुफ्ती हरि निवास में ही हैं।
यहां आपको बता दें कि घाटी से धारा 370 हटने से पहले ही महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को पहले नजरबंदर कर दिया गया था। उसके बाद दोनों नेताओं को हिरासत में लिया गया।
Updated on:
12 Aug 2019 12:03 pm
Published on:
12 Aug 2019 10:00 am
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