
नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों से सिटिजन अमेंडमेंट बिल भले ही पास हो चुका है, लेकिन देश में इस पर हो रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। बिल पर सबसे अधिक राजनीति की खबर देश के बिहार राज्य से है। यहां भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जेडीयू ने जहां सदन में नागरिकता बिल का खुला समर्थन किया है, वहीं इससे पार्टी के कई दिग्गज नेता नाराज नजर आ रहे हैं। दरअसल, नागरिकता बिल को लेकर जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर अपना विरोधी जारी रखे हैं। वहीं, जेडीयू में पीके के तीखे तेवरों के चलते उनको महागठबंधन में शामिल होने का न्योता मिला है।
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रशांत किशोर को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया है। कुशवाहा ने कहा कि वह जेडीयू छोड़कर महागठबंधन में आ जाएं, उनका स्वागत है। इसके साथ ही आरएलएसपी के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने भी पीके को न्योता भेजते हुए उनके स्वागत की बात कही है। माधव आनंद ने तो प्रशांत किशोर से मिलकर इस बारे में बातचीत करने का संकेत दिया है।
माधव आनंद ने कहा कि प्रशांत किशोर देश के प्रसिद्ध चुनावी रणनीतिकार हैं। ऐसे में स्वभाविक है अगर वह आते हैं तो इससे उनको काफी सम्मान मिलेगा साथ ही महागठबंधन को भी काफी मदद मिलेगी।
Updated on:
13 Dec 2019 11:43 am
Published on:
13 Dec 2019 09:22 am
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