
Lakhimpur Kheri Violence: Protest around India, many detained, purse-mobile of Congress leaders stolen
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी प्रकरण के बाद देशभर में विपक्षी नेताओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। इनमें पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत, पश्चिम बंगाल समेत तमाम राज्यों का प्रदर्शन शामिल रहा। इस कड़ी में यूपी-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत अन्य कांग्रेसी विधायकों को हिरासत में ले लिया गया। वहीं, दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे कई नेताओं के बटुए और मोबाइल चोरी हो गए।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सोमवार को यूपी-हरियाणा सीमा पर लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और अन्य कांग्रेस विधायकों को हिरासत में ले लिया। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रंधावा और पंजाब के विधायक कुलजीत सिंह नागरा को स्थिति का पता लगाने और शोक संतप्त परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी जाने के लिए कहा था। उन्होंने खुद क्षेत्र का दौरा करने की भी योजना बनाई।
हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने रविवार को हिंसा की घटनाओं के कारण धारा 144 लागू होने के मद्देनजर चन्नी और रंधावा को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दौरे से पहले रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई।
चन्नी के प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को उतारने और उतारने की अनुमति मांगने वाले एक पत्र के जवाब में, सचिव गृह, यूपी सरकार ने निदेशक नागरिक उड्डयन, पंजाब को सूचित किया था कि लखीमपुर खीरी में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए सीएम और डिप्टी सीएम को अनुमति देना संभव नहीं है।
इससे पहले, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी के सीतापुर जिले में लखीमपुर खीरी जाते समय हिरासत में लिए जाने के बाद भूख हड़ताल शुरू की। कांग्रेस नेताओं ने भी उनके गेस्ट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनकी "गिरफ्तारी" को लेकर भाजपा नीत राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस बीच, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी के कई विधायकों के साथ सोमवार को चंडीगढ़ में राजभवन के बाहर धरना दिया। सिद्धू, मदन लाल जलालपुर, गुरप्रीत सिंह समेत कांग्रेस के अन्य विधायक और पंजाब युवा कांग्रेस के कई सदस्यों ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के आवास के बाहर धरना दिया और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।
चंडीगढ़ पुलिस ने सिद्धू और अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और राजभवन के बाहर से एक बस में बिठा लिया। प्रदर्शनकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे को लखीमपुर खीरी कांड में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।
लखीमपुर हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार कारों में यात्रा कर रहे थे। जाहिर तौर पर वे मंत्री का स्वागत करने आए भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले का हिस्सा थे। उन्हें कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला गया। अधिकारियों ने कहा कि चार अन्य किसान थे। मिश्रा के बेटे और कई अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मोबाइल और बटुए चोरी
दिल्ली स्थित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर लखीमपुर खीरी घटना का विरोध कर रहे कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मोबाइल
फोन और पर्स चोरी हो गए। सोमवार दोपहर तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित दिल्ली पार्टी
कार्यालय से मार्च शुरू किया और मिंटो ब्रिज के नजदीक स्थित भाजपा मुख्यालय की ओर बढ़ने लगे। हालांकि, दिल्ली पुलिस
ने उन्हें रंजीत सिंह फ्लाईओवर पर रोक दिया।
इस दौरान कई ने वहां लगे भाजपा के बैनर और पोस्टर भी फाड़े। जबकि कुछ प्रदर्शनकारियों ने यूपी के सीएम योगी
आदित्यनाथ का पुतला फूंका। तब तक कई लोगों के बटुए और मोबाइल चोरी हो चुके थे।
इस दौरान दिल्ली पुलिस को भी घोषणा करनी पड़ी। पुलिस ने ऐलान किया, "कृपया सतर्क रहें। कुछ लोगों के मोबाइल चोरी
हो चुके हैं। हम आपसे अपील करते हैं कि शांति बनाए रखें और अपनी जेब और मोबाइल फोन सुरक्षित रखें।"
Updated on:
05 Oct 2021 12:07 am
Published on:
04 Oct 2021 11:29 pm
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