
नई दिल्ली।पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ( sushma swaraj death ) का अचानक जाना भारतीय जनता पार्टी ही नहीं, बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं को भी गमगीन कर गया। सुषमा को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे नेताओं में कुछ तो अपने आंसू नहीं रोक पाए और फफक-फफक कर रोने लगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब सुषमा स्वराज ( Sushma Swaraj Death ) को अंतिम विदाई देने पहुंचे उनकी आखें नम हो गईं। इस दौरान उन्होंने सुषमा के पति कौशल स्वराज और बेटी बांसुरी से बात करनी चाही, लेकिन उनका गला रुंध गया। हालांकि कुछ समय बाद हालात सामान्य होने पर उन्होंने सुषमा के परिवार को सांत्वना दी।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ( Sushma Swaraj Death ) के निधन को अपने लिए निजी क्षति बताया। इसके बाद जब नायडू लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने पहुंचे तो खुद को नहीं रोक पाए और फफक-फफक कर रोने लगे। इस दौरान नायडू ने रुंधे गले से कहा कि सुषमा स्वराज उनकी छोटी बहन की तरह थी, जो उनको बार रक्षा बंधन राखी बांधती थीं।
बुधवार को सुषमा ( Sushma Swaraj Death ) को श्रद्धांजलि देने वालों को तांता लगा रहा। इस बीच सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव भी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान सुषमा स्वराज के पति कौशल स्वराज और बेटी बांसुरी कौशल से बात करते हुए राम गोपाल यादव भावुक हो गए। राम गोपाल अचानक फफक—फफक कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज का चला जाना उनकी निजी क्षति है।
एमडीएच मसाले के सीईओ महाशय धर्मपाल गुलाटी का भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने पहुंचे धर्मपाल न केवल अपने आसूं रोक पाए, बल्कि जमीन पर बैठकर रोने लगे। वहां मौजूद लोगों को किसी तरह उनको संभाला।
Updated on:
07 Aug 2019 06:58 pm
Published on:
07 Aug 2019 06:51 pm
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