18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाराष्ट्र: राष्ट्रपति शासन के बाद भी सरकार बनाने की जुगत में शिवसेना-NCP-कांग्रेस, बातचीत जारी

महाराष्ट्र में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया सरकार गठन के प्रयास में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस कांग्रेस नेताओं का एक दल मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने पहुंचा

2 min read
Google source verification
a.png

,,

नई दिल्ली।महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के 3 हफ्ते बाद भी सरकार न बनती देख राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है।

इसके साथ ही विधानसभा को निलंबित रखा गया है। वहीं, शिवसेना , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने सरकार गठन को अपने प्रयास कम नहीं किए हैं।

कांग्रेस नेताओं का एक दल मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने पहुंचा।

कांग्रेस नेताओं से चर्चा के बाद एनसीपी ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पहले हम आपस में बात करेंगे, फिर शिवसेना के साथ मिलकर कोई फैसला लेंगे।

NCP ने स्पष्ट किया अपना रुख- तीनों दलों के साथ आए बिना महाराष्ट्र में सरकार नहीं

आपको बता दें कि मंगलवार को दिन में तेजी से बदलते घटनाक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस.कोश्यारी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को दोपहर के करीब राष्ट्रपति शासन लागू करने के आह्वान के साथ अपनी सिफारिश भेजी।

महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की तैयारी में राज्यपाल? शिवसेना खटखटाएगी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

उन्होंने कहा कि उनकी राज्य में सरकार बनाने की कोशिश विफल हो गई है। इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई, जिसने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राज्य में केंद्रीय शासन लागू करने की अपनी सिफारिश से अवगत करा दिया। इस बैठक का आयोजन प्रधानमंत्री के ब्राजील रवाना होने से ठीक पहले किया गया।

राष्ट्रपति ने सिफारिश को स्वीकार कर लिया और राज्य में केंद्रीय शासन लागू करने की अधिसूचना पर हस्ताक्षर कर दिया।

महाराष्ट्र के सियासी हालत पर असदुद्दीन ओवैसी का बयान-शिवसेना और भाजपा एक समान

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया और विधानसभा निलंबित है।

उन्होंने कहा कि बीते महीने विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के 20 दिन बाद भी राजनीतिक दल सरकार बनाने में असफल रहे हैं, जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू किया गया।