
कृषि बिलों पर अमल से किसानों के हालात में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा और राज्यसभा में तीन- तीन कृषि संबंधी बिल एक ही मॉनसून सत्र पारित कराने के बाद से विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनातनी जारी है। इस बीच राहुल गांधी द्वारा कृषि बिलों को काला कानून पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ( Narendra Singh Tomar ) ने कांग्रेस पर पलटवार किया है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्वतंत्रता आंदोलन की पार्टी के नेताओं पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व बौना हो गया है। कांग्रेस में जो अच्छे लोग हैं उनकी पूछ खत्म हो गई है। कांग्रेस में जिन लोगों के हाथ में नेतृत्व है उनकी कोई हैसियत देश में बची नहीं है। उनकी अपनी पार्टी में ही कोई नहीं सुनता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता देश को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। मैं कांग्रेस के नेताओं से कहना चाहता हूं कि अगर वह बहस करना चाहते हैं तो विधेयक के प्रावधानों पर करें। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। थोड़े दिनों में ये स्थिति हो जाएगी कि देश का करोड़ों किसान ही उन्हें इस बात का जवाब देगा।
कृषि मंत्री तोमर ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर से सवालिया लहजे में पूछा है कि आपने चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में क्यों कहा था कि APMC एक्ट को बदल देंगे। टैक्स को खत्म कर देंगे। अंतरराज्यीय व्यापार को बढ़ावा देंगे। कांग्रेस का कोई भी नेता चाहे वो केंद्र का हो या राज्य का, उसे पहले ये बोलना चाहिए कि हमने जो चुनावी वादे किए थे उसे अब हम पलट रहे हैं। मैं उनकी बात सुनने को तैयार हूं।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों के हित में मोदी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इन सबके बावजूद जब तक कानूनों में बदलाव नहीं होता तब तक हम देश के किसान की उन्नति उच्च स्तर तक नहीं पहुंचा सकते। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी से संबंधित दोनों विधेयक निश्चित रूप से किसानों को APMC की जंजीरों में मुक्त करने वाला साबित होगा।
कृषि बिल किसान को मंडी के बाहर किसी भी स्थान से किसी भी स्थान पर अपनी मर्जी के भाव पर अपना उत्पाद बेचने की स्वतंत्रता देता है।
Updated on:
24 Sept 2020 02:16 pm
Published on:
24 Sept 2020 02:07 pm
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