आपको बता दें कि पहले 21 विपक्षी दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका को लेकर सुप्रीम कोर्ट याचिका दायर की थी। विपक्ष की तरफ से यह याचिका तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में दाखिल की गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी।
अमरीकी हैकर ने ईवीएम हैक का किया था दावा
हाल में ईवीएम को लेकर एक अमरीकी हैकर ने दावा किया था कि 2014 में हुए चुनाव में ईवीएम को हैक किया गया था। अमरीका की मिशिगन यूनिवर्सिटी से जुड़े वैज्ञानिकों ने दिखाया था कि मोबाइल संदेश भेजकर वोटिंग मशीन के नतीजे बदले जा सकते हैं। हालांकि चुनाव आयोग लगातार ऐसे दावों को खारिज करता आ रहा है। भाजपा को छोड़कर लगभग सभी दल ईवीएम को लेकर सवाल उठा चुके हैं। यहां आपको बताते चलें कि ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा सबसे पहले भाजपा की ओर से ही उठाया गया था। साल 2009 में लालकृष्ण आडवाणी ने ईवीएम में गड़बड़ी को मुद्दा बनाया था।