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विपक्षी दलों की बैठक खत्म, नीतीश कुमार बोले – एक साथ चुनाव लड़ने पर हुई सहमति, शिमला में 10 जुलाई को होगी अगली बैठक

Opposition Parties Meeting next meeting in Shimla बिहार सीएम नीतीश कुमार की पहल पर आज 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की चार घंटे चली यह बैठक समाप्त हो गई है। इस महाबैठक में 15 दलों के नेता शामिल हुए। जल्द विपक्षी दलों का साझा बयान जारी होगा। वैसे कहा जा रहा है कि विपक्षी दलों की अगली बैठक शिमला में होगी। साथ ही नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता का संयोजक बनाए जाने की घोषणा संभव हो सकती है। नीतीश कुमार ने कहा, सभी दल लोकसभा चुनाव एक जुट होकर लड़ेंगे।

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विपक्षी दलों की चार घंटे चली यह बैठक समाप्त

पटना में विपक्षी दलों की बैठक समाप्त हो गई है। इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा सभी दल आने वाला लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेंगे। विपक्षी दलों की अगली बैठक शिमला में 10-12 जुलाई को होगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा हर राज्य में अलग-अलग ढंग से गठबंधन काम करेगा। एक ही बात मुद्दा हर राज्य में नहीं चल सकता है। खरगे ने भी इस बात को जोर देकर कहा कि सभी नेता एक साथ आगे चुनाव लड़ेंगे। इस मौके पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा सीट बंटवारे के मुद्दे पर हम त्याग करने को तैयार हैं। देश बचाने के लिए हमें कुछ सीटें छोड़नी होंगी तो वो भी किया जाएगा। विपक्ष की अगली बैठक शिमला में होगी। यह बैठक दो दिन तक चलेगी। साथ ही विपक्षी एकजुटता का संयोजक कौन होगा, इस बारे में फैसला शिमला बैठक में किया जाएगा।



हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है BJP और RSS

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पटना में बैठक के बाद कहा, भाजपा और आरएसएस हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है। यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं। हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे। यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी। शरद पवार ने कहा कि आपसी मतभेद छोड़कर आगे बढ़ेंगे। 2024 में हम सब मिलकर लड़ेंगे।

हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं - उमर अब्दुल्ला

नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं है। हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है। यह उसूलों, विचारधारा, सोच, इरादों की लड़ाई है। मैं और महबूबा मुफ्ती इस मुल्क के ऐसे बदनसीब इलाके से ताल्लुक़ रखते हैं जहां लोकतंत्र का दिनदहाड़े कत्ल किया जा रहा है। वज़ीर.ए.आज़म को व्हाइट हाउस में लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छा लगा लेकिन यह लोकतंत्र जम्मू.कश्मीर तक क्यों नहीं पहुंचता।

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देश में लोकतंत्र, संविधान और सेक्युलरिज्म पर हो रहा है हमला - महबूबा मुफ्ती

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी कहा, जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है। उसकी प्रयोगशाला हमारा जम्मू.कश्मीर बन चुका है। इसकी शुरूआत जम्मू.कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वहीं हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है। हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है।

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देश की एकता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए - उद्धव ठाकरे

देश की एकता, अखंडता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए हैं। इसके आगे हमारे प्रजातंत्र पर आघात करेगा उसका हम सब मिलकर विरोध करेंगे। जो भी देश में तानाशाही लाना चाहेगा उसके ख़िलाफ़ हम एक साथ रहेंगे। शुरूआत अच्छी रही है।

बिहार से इतिहास बचाया जाए, ममता बनर्जी की इच्छा

पटना में जो बैठक हुआ है वो अच्छा हुआ है। हमने तीन चीज पर जोर दिया है-हम लोग एक है, हम लोग एक साथ लड़ेंगे, अगला बैठक शिमला में होगा। BJP चाहती है कि इतिहास बदला जाए और हम चाहते हैं कि बिहार से इतिहास बचाया जाए।

लालू प्रसाद यादव ने कहा, हमें एक होकर लड़ना है

आज की बैठक में सबने खुलकर अपने विचार रखे हैं और तय हुआ है कि अगली बैठक शिमला में होगी और उसमें आगे की रणनीति तय करेंगे। एक होकर हमें लड़ना है।

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पटना बैठक में 15 दल के 27 नेता हुए शामिल

महाबैठक में 15 दलों के 27 नेता शामिल हुए हैं। इन नेताओं के नाम नीतीश कुमार (जेडीयू), ममता बनर्जी (एआईटीसी), एमके स्टालिन (डीएमके), मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस), राहुल गांधी (कांग्रेस), अरविंद केजरीवाल (आप), हेमंत सोरेन (झामुमो), उद्धव ठाकरे (एसएस-यूबीटी), शरद पवार (एनसीपी), लालू प्रसाद यादव (राजद), भगवंत मान (आप), अखिलेश यादव (सपा), केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), सुप्रिया सुले (एनसीपी), मनोज झा (राजद), फिरहाद हकीम (एआईटीसी), प्रफुल्ल पटेल (एनसीपी), राघव चड्ढा (आप), संजय सिंह (आप), संजय राऊत (एसएस-यूबीटी), ललन सिंह (जेडीयू),संजय झा (राजद), सीताराम येचुरी (सीपीआईएम), उमर अब्दुल्ला (नेकां), टीआर बालू (डीएमके), महबूबा मुफ्ती (पीडीपी), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआईएमएल) तेजस्वी यादव (राजद), अभिषेक बनर्जी (एआईटीसी), डेरेक ओ'ब्रायन (एआईटीसी), आदित्य ठाकरे (एसएस-यूबीटी) और डी राजा (सीपीआई) हैं।

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