
नई दिल्ली। देश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए काम कर रहे चार लाख कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले मंगलवार को संबोधित करेंगे। इसके लिए बिहार के चंपारण में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। वहां 20 हजार ऐसे कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे जिन्हें स्वच्छाग्रही नाम दिया गया है, जबकि बाकी को टीवी और सोशल मीडिया के जरिए जोड़ा जाएगा।
क्या होगा स्वच्छाग्रह में
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि देश भर के 20 हजार स्वच्छाग्रही इस मौके पर चंपारण में इकठ्ठा होंगे। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन की तर्ज पर देश भर में स्वच्छाग्रह चलाया जाए। इस अभियान के तहत बीते मंगलवार से ही विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका समापन 10 अप्रैल को चंपारण में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के साथ होगा।
पहले से काफी सुधरे हैं हालात
राधा मोहन सिंह ने कहा कि अक्टूबर 2014 में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत के समय ग्रामीण इलाकों में खुले में शौच करने वालों की संख्या 55 करोड़ थी जो अब घट कर 20 करोड़ रह गई है। अब तक देश के 3.44 लाख गांव, 360 जिले, 15 राज्य और तीन केन्द्र शासित प्रदेश खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। उम्मीद है कि दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच से पूरे देश को मुक्ति दिलाने का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
सौ साल पहले गांधीजी के नेतृत्व में चंपारण में 1917 में भूमिहीन मजदूरों एवं गरीब किसानों को अंग्रेजों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया था। साथ ही गांधी ने ग्रामीणों को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लडऩे और अपने गांव व स्वयं को स्वच्छ रखने के लिए भी प्रेरित किया था।
स्वच्छाग्रह से लोगों को ज्यादा से ज्यादा जोडऩे के लिए फिल्मी सितारों का भी सहारा लिया जा रहा है, बॉलीवुड के हीरो अक्षय कुमार भी चम्पारण सत्याग्रह में लोगों से विज्ञापन के माध्यम से जुडऩे की अपील कर रहे हैं।
Published on:
06 Apr 2018 03:43 pm
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