नई दिल्ली।नागरिकता संशोधन कानून (CAA ) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर ( NRC ) को लेकर बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विरोधियों के साथ-साथ एनडीए के घटक दलों ने भी अपने तेवर तल्ख कर लिए हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट में साधा निशाना
प्रशांत किशोर ने लिखा है, 'अभी तो एनआरसी की कोई चर्चा नहीं हुई है, की बात इसलिए हो रही है क्योंकि देश भर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। ये केवल ब्रेक है, फुल स्टॉप नहीं।'
पीके ने आगे कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार कर सकती है, सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश और पूरी प्रक्रिया वापस हो सकती है।
आपको बता दें कि जेडीयू एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद लगातार मोदी सरकार को इस मुद्दे पर घेर रही है। दरअसल बिहार में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है।
राजनीतिक विश्लेषक इस विरोध को भी चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं क्योंकि एक तरफ प्रशांत किशोर मोदी सरकार को घेर रहे हैं तो दूसरी तरफ पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर सरकार को समर्थन दिया है।
चुनावी रणनीति
ऐसे में जदयू में ही दो फाड़ भी देखने को मिल रहे हैं। दरअसल जेडीयू की ये चुनावी रणनीति हो सकती है कि एक तरफ विरोध कर उन लोगों का समर्थन हासिल करें जो इसके खिलाफ हैं (खास तौर पर मुस्लिम वर्ग) और दूसरी तरफ समर्थन देकर उन लोगों के वोट बंटोर सकें जो मोदी सरकार के सपोर्ट में हैं।
Updated on:
26 Dec 2019 07:39 pm
Published on:
26 Dec 2019 12:22 pm