
कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे का मंगलवार को अंतिम दिन है। देर रात ट्रंप अमरीका के लिए रवाना हो जाएंगे। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डोनाल्ड ट्रंप के सम्मान में एक भोज का आयोजन किया है।
राष्ट्रपति भवन के बैंक्वेट हॉल में रखे गए इस डिनर के लिए दिग्गज राजनेताओं समेत समाज के करीब 100 अलग-अलग लोगों को न्योता भी दिया गया है। खास बात यह है कि इस डिनर के लिए कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को बुलावा नहीं भेजा गया है। ऐसे में अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी इस सम्मान भोज में ना जाने का फैसला लिया है। आईए जानते हैं ऐसी क्या वजह है जो सोनिया गांधी को न्योता नहीं भेजा गया।
ऐसा होता है राष्ट्रपति का बैंक्वेट हॉल
- 100 से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था
- हॉल के दोनों तरफ की दीवारों पर पहले आ चुके राष्ट्रपतियों के कैनवास पोर्ट्रेट लगे हुए हैं
- भवन के किचन में एग्जीक्यूटिव शेफ के अलावा दर्जनों शेफ, हलवाई और कुक तैयार करते हैं खाना
- परोसने से पहले खाने की जांच सुरक्षा एजेंसियां करती हैं
ट्रंप को परोसी जाएंगी ये चीजें
- अमूज बूशेः डोनाल्ड ट्रंप और अमरीकी मेहमानों को स्टाटर के तौर पर अमूज बूशे परोसा जाएगा। ये गोल्डन लीव्स से डेकोरेट होगा।
- फिश टिक्काः ट्रंप और और बाकी मेहमानों को फिश टिक्का परोसा जायेगा, जो की सैल्मन फिश से बनाया जायेगा।
- आलू टिक्कीः फिश के साथ आलू टिक्की को पालक पापड़ी के साथ परोसा जायेगा। नींबू और धनिया सूप भी शामिल
- मेन कोर्सः रान अलीशान, दम गुच्ची मटर, दम गोश्त बिरयानी, देक्की बिरयानी और मिन्ट रायता के अलावा राष्ट्रपति भवन का खास डिश दाल रायसीना भी शामिल है।
- मीठाः मालपुआ रबड़ी के साथ परोसा जायेगा, इसके अलावा हेजलनट सेब वनिला आइसस्क्रीम के साथ जो ट्रंप की पसंदीदा डिश है।
इस वजह से नहीं दिया न्योता
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सम्मान में रखी गई डिनर पार्टी में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को न्योता ना देना हर किसी के जहन में सवाल खड़े करता है।
ऐसे में ये जान लेना जरूरी है कि राष्ट्रपति के बैंक्वेट हॉल में डिनर या लंच के लिए बुलाने की ऐसी कोई परंपरा नहीं है।
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी न्योता देने की कोई अनिवार्यता नहीं है। वैसे सरकार चाहती है या राष्ट्रपति की इच्छा है, तो ऐसा किया जा सकता है।
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि सरकार या राष्ट्रपति दोनों नहीं चाहते कि सोनिया गांधी इस भोज में शामिल हो। ऐसे में उन्हें न्योता नहीं भेजा गया।
यूपीए कार्यकाल में भी यही हुआ
आपको बता दें कि यूपीए के 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान भी दो अमरीकी राष्ट्रपति भारत दौरे पर आए। इस दौरान भी राष्ट्रपति भवन के बैंक्वेट हॉल में डिनर का आयोजन किया गया। खास बात यह है कि इस दौरान भी किसी बीजेपी के बड़े नेता को न्योता नहीं दिया गया था।
इन कांग्रेस के नेताओं को मिला न्योता
राष्ट्रपति के बैंक्वेट हॉल में लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को न्योता भेजा गया था। अधीर और गुलाम नबी आजाद ने डिनर में आने से इनकार कर दिया।
इनका कहना है कि जब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को ही नहीं बुलाया गया है, तो वो भी नहीं जाएंगे। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता मनमोहन सिंह को लेकर भी जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक वे भी इस डिनर में शामिल नहीं होंगे।
Published on:
25 Feb 2020 10:44 am
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