सवाल- कौनसे कारण हैं, जिससे लगता है कि भाजपा 2023 में सरकार बनाएगी?
जवाब- गहलोत सरकार, जनता से किया हर वादा पूरा करने में विफल रही। न युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिला, न नौकरियां। राहुल गांधी ने 1 से 10 तक की गिनती गिनाकर सत्ता में आते ही 10 दिन में सभी किसानों का कर्जा माफ करने का वादा किया था, आज तक नहीं हुआ। भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड टूट गया है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनता में गहरी नाराजगी है। हम तीन-चौथाई बहुमत से सरकार बनाएंगे।
सवाल- राजस्थान में भाजपा की क्या चुनावी तैयारी है? जवाब- भाजपा ने जनता के मुद्दों पर बड़े जनांदोलन की तैयारी की है। मंडल, जिला और प्रदेश स्तर पर आंदोलनों की रूपरेखा बनी है। हर महीने मंडल, 3 महीने पर जिला स्तर पर और 6 महीने में प्रदेश स्तर पर पार्टी आंदोलन करेगी। इस सिलसिले में अगले महीने राजस्थान में 10 दिनों का मेरा प्रवास है।
सवाल- राजस्थान में भाजपा क्या चेहरा घोषित कर चुनाव लड़ेगी? जवाब- राजस्थान में पार्टी चेहरा घोषित करेगी या नहीं, इसका निर्णय पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में होगा। 2017 के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चुनाव में हमने कोई चेहरा घोषित नहीं किया था, फिर भी प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता से प्रचंड बहुमत से दोनों राज्यों में सरकार बनी थी। वहीं, कुछ राज्यों में हम चेहरा घोषित कर भी चुनाव लड़ते रहे हैं।
सवाल- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हालिया दिल्ली दौरे पर शीर्ष नेतृत्व से भेंट की। क्या चुनाव में चेहरे को लेकर कोई बात हुई? सवाल- हमारी पार्टी की वो(वसुंधरा राजे) राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। संगठन हित में पदाधिकारियों की भेंट होती रहती है। उनका शीर्ष नेतृत्व से मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। वसुंधरा जी, कभी चेहरा घोषित करने की बात को लेकर नहीं मिलीं।
जवाब- देखिए, अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच अंतर्विरोध बहुत अधिक है। उनके बीच मतभेद नहीं मनभेद है। मनभेद कभी मनाने से नहीं दूर होने वाला। पायलट से लड़ाई के बीच गहलोत साहब, का पूरा ध्यान अपनी कुर्सी बचाने में ज्यादा रहा और सरकार चलाने में कम।
सवाल- करौली हिंसा की वजह से राजस्थान सुर्खियों में है। घटना का मूल कारण क्या है? जवाब- गहलोत सरकार की तुष्टिकरण के कारण करौली हिंसा की घटना हुई। तुष्टीकरण इस हद तक है कि डीजे पर भजन कौन बजेगा, इसकी भी मंजूरी लेनी होती है।दूसरी तरफ हिंसा को बढ़ावा देने वाले संगठन पीएफआई को कोटा में बेधड़क रैली निकालने की अनुमति दी जाती है। राजस्थान की सीमा पाकिस्तान से लगती है, यहां पीएफआई की गतिविधियां राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। भाजपा करौली हिंसा और पीएफआई की भूमिका पर तथ्य जुटाकर पूरी रिपोर्ट गृहमंत्रालय को देकर कार्रवाई की मांग करेगी।