
आर्कबिशप के बयान पर सियासी संग्राम, राजनाथ बोले-भारत में सभी अल्पसंख्यक सुरक्षित
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली के आर्कबिशप के पत्र पर पलटवार किया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में धर्म संप्रदाय के भेदभाव की इजाजत नहीं है। भारत दुनिया में इकलौता धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है। राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने आर्कबिशप के पत्र को नहीं देखा है लेकिन यहां सभी अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित हैं। किसी के साथ जाति धर्म और भाषा को लेकर भेदभाव करने का अधिकार नहीं दिया जाता। वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी इस पत्र पर कड़ा ऐतराज जताया है। गौरतलब है कि दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो ने देश के सभी चर्चों को लिखे पत्र में 2019 लोकसभा चुनाव से पहले देश के लिए प्रार्थना करने को कहा है।
गौरतलब है कि भारत में दिल्ली के आर्किडोसिस के आर्कबिशप अनिल कूटो के इस पत्र के बाद उनके खतरनाक मंसूबे का खुलासा हुआ है। उन्होंने देश भर के चर्चों को एक पत्र जारी कर भारत सरकार और हिंदू राष्ट्रवाद और पीएम मोदी सरकार के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया है। आर्कबिशप की इस चिट्ठी पर अल्पसंख्य मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। नकवी ने कहा है कि मोदी सरकार सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र पर काम कर रही है इसमें हर तबके के कल्याण की योजनाओं पर काम कर रही है। नकवी ने कहा कि हम आर्कबिशप को केवल प्रगतिशील सोच रखने के लिए कह सकते हैं।
शायना ने भी जताई चिंता
इस पत्र का खुलासा होने के बाद भाजपा प्रवक्ता शायना एनसी ने इस पत्र को लेकर सख्त एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि आर्कबिशप लोकसभा चुनाव के बहाने देश भर के लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्कबिशप किसी खास पार्टी या प्रत्याशी को वोट देने के लिए कह सकते हैं लेकिन धर्म के आधार पर इस तरह से लोगों को सरकार के खिलाफ उत्तेजित करना दुर्भाग्यपूर्ण और खतरनाक है। उन्होंने कहा कि अनिल कूटो का यह पत्र आपत्तिजनक है। वह इस मुद्दे को पार्टी मंच पर उठाएंगे और देश के चर्चों सरकार के खिलाफ जारी अभियान से अवगत कराएंगे।
आर्कबिशप ने देश के चर्चों को लिखी चिट्ठी
पत्र में कहा गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एक नई सरकार के लिए चर्चों में प्रार्थना सभाओं का आयोजन करें। साथ ही इस बात को लेकर एक अभियान चलाएं ताकि देश के मतदाता वर्तमान सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए प्रेरित हों।
Published on:
22 May 2018 04:25 pm
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