नई दिल्ली। भारत में कार्यरत क्रिश्चियन मिशनरियों में से एक दिल्ली के आर्किडोसिस के आर्कबिशप अनिल कूटो के खतरनाक मंसूबे का खुलासा हुआ है। उन्होंने देश भर के चर्चों को एक पत्र जारी कर भारत सरकार और हिंदू राष्ट्रवाद और पीएम मोदी सरकार के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया है। पत्र में कहा गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एक नई सरकार के लिए चर्चों में प्रार्थना सभाओं का आयोजन करें। साथ ही इस बात को लेकर एक अभियान चलाएं ताकि देश के मतदाता वर्तमान सरकार के खिलाफ मतदान करने के लिए प्रेरित हों। आर्कबिशप के इस पत्र को आप भारतीय राष्ट्रवाद के खिलाफ एक खुला पत्र भी मान सकते हैं। ऐसा इसलिए कि पत्र के जरिए देश भर के चर्चों को प्रबंधकों से धर्मनिरपेक्षवाद और छद्म धर्मनिरपेक्षवाद के आधार पर यह अभियान चलाने को कहा गया है। इस पत्र का खुलासा होने के बाद भाजपा प्रवक्ता एनसी शायना ने इस पत्र को लेकर सख्त एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि आर्कबिशप लोकसभा चुनाव के बहाने देश भर के लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्कबिशप किसी खास पार्टी या प्रत्याशी को वोट देने के लिए कह सकते हैं लेकिन धर्म के आधार पर इस तरह से लोगों को सरकार के खिलाफ उत्तेजित करना दुर्भाग्यपूर्ण और खतरनाक है। उन्होंने कहा कि अनिल कूटो का यह पत्र आपत्तिजनक है। वह इस मुद्दे को पार्टी मंच पर उठाएंगे और देश के चर्चों सरकार के खिलाफ जारी अभियान से अवगत कराएंगे।