नई दिल्ली। मोदी के केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के प्रमुख रामदास उठावले ने कहा कि अगर नरेंद्र दाभोलकर और गौरी लंकेश की हत्या के पीछे सनातन संस्था का हाथ है, तो इसे तुरंत प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। अठावले ने कहा कि सनातन संस्था को अपनी हिंसक गतिविधियों को रोकनी होगी। संविधान से धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाने की मांग करने वाली हिंदू कट्टरपंथी संगठन सनातन संस्था का भी अठावले ने कहा है कि वो अपने दायरे में रहकर काम करे। अठावले ने कहा कि अगर नरेंद्र दाभोलकर और गौरी लंकेश की हत्या के पीछे सनातन संस्था का हाथ है, तो दोषियों को जल्द से जल्द सजा होनी चाहिए।
आपको बता दें कि सचिन अंदूरे की गिरफ्तारी के बाद, सीबीआई ने स्पष्ट किया है कि अंधविश्वास के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले पुणे के नरेंद्र दाभोलकर और बेंगलुरु की पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के तार एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। इन दोनों की हत्या के पीछे कई बार सनातन संस्था का नाम आ चुका है। इस बारे में सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने कहा था कि संविधान से सेकुलर को हटा देना चाहिए, क्योंकि इसकी कोई सही परिभाषा नहीं है। अठावले ने इसका विरोध करते हुए कहा कि एक सेकुलर ही है, जिसने देश को एकजुट बनाए रखा है।