पहली बार चुनाव नहीं देख पा रहा: लालू
लालू के ट्विटर हैंडल से जारी खत के कैप्शन में लिखा है कि 44 वर्षों में पहला चुनाव है जिसमें आपके बीच नहीं हूं। चुनावी उत्सव में आप सबों के दर्शन नहीं होने का अफसोस है। आपकी कमी खली रही है इसलिए जेल से ही आप सबों के नाम पत्र लिखा है। लोकतंत्र और संविधान को बचाइएगा।
मैं कैद में हूं, मेरे विचार नहीं: लालू
बिहार के पूर्व सीएम ने पत्र में लिखा है कि इस वक्त जब बिहार एक नई गाथा लिखने जा रहा है, लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है। यहां रांची के अस्पताल में अकेले में बैठकर सोच रहा हूं कि क्या विध्वंसकारी शक्तियां मुझे इस तरह कैद कराके बिहार में फिर किसी षड्यंत्र की पठकथा लिखने में सफल हो पाएंगी? मेरे रहते मेरे बिहारवासियों के साथ मैं फिर से धोखा नहीं होने दूंगा। मैं कैद में हूं, मेरे विचार नहीं।
‘उम्र के साथ शरीर साथ नहीं दे रहा’
आरजेडी अध्यक्ष ( RJD President ) ने आगे लिखा कि इस बार चुनाव में सबकुछ दांव पर है। इस बार का चुनाव पहले जैसा नहीं है। देश, समाज, लालू यानी आपका बराबरी से सिर उठाकर चलने का जज्बा देने वाला और आपका हक, आपकी इज्जत और गरिमा सब दांव पर है। लड़ाई आर-पार की है। मेरे गले में सरकार और चालबाजों का फंदा फंसा हुआ है। उम्र के साथ शरीर साथ नहीं दे रहा पर आन और आबरू की लड़ाई में लालू की ललकार हमेशा रहेगी।
महागठबंधन के साथ आरजेडी
बता दें कि विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल आरजेडी बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।