आपको बता दें कि भारत-रूप के बीच दशकों पुराना और प्रगाढ़ संबंध रहा है। रूस ने भारत का हर मोड़ पर साथ दिया। पाकिस्तान के साथ सभी युद्धों के दौरान रूस भारत के पक्ष में रहा है। वैश्विक मुद्दों पर भी दोनों देशों के बीच समझ बेहतर है। इंदिरा गांधी ने 1971 में पहली बार गुटनिरपेक्षता की नीति को दरकिनार रूस के साथ दीर्घावधि काल के लिए सैन्य समझौता कर पुरी दुनिया को चौंका दिया था। तभी से भारत और रूस के बीच दोस्ती का रिश्ता सबसे ज्यादा मजबूत रहा है। पुतिन के दो दिवसीय दौरे से दोनों देशों के बीच दोस्ती के इस रिश्ते को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।