जिसके जवाब में शिव सेना के प्रमुख नेता संजय राउत ने पपलटवार करते हुए कहा कि पार्टी ने वीर सावरकर पर अपना रुख कभी नहीं बदला। जब भी उनका अपमान करने के लिए अनुचित टिप्पणी की गई, हम उसके विरोध में खड़े हुए दिखाई दिए और ऐसा करने वालों की आलोचना भी। हमने हमेशा उनके साथ भावनात्मक संबंध बनाए हैं। जो लोग हमारी आलोचना कर रहे हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि उन्होंने उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दिया।