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राम मंदिर बनाने का कानून अगर अब नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा, कोर्ट मुद्दे को नहीं सुलझा सकती: शिवसेना

राम मंदिर के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है।

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राम मंदिर बनाने को अगर कानून अब नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा, कोर्ट मुद्दे को नहीं सुलझा सकती: शिवसेना

नई दिल्ली। चुनाव से पहले एक बार फिर से राम मंदिर का मुद्दा गरमा गया है। मंदिर निर्माण को लेकर सियासी बयानबाजी भी हो रही है। इस बीच शिवसेना ने भी अयोध्या के बाबरी मस्जिद- राम मंदिर विवाद को लेकर अपना बयान दिया है। शिवसेना का कहना है कि अब अगर मंदिर बनाने को लेकर कानून नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा।

महाराष्ट्र में प्रमुख राजनैतिक दल शिवसेना के प्रवक्ता ने कहा कि अगर आज कानून नहीं बना तो बाद में फिर कभी नहीं बनेगा। उन्होंने कहा, ' आज हमारे पास बहुमत है, हम नहीं जानते कि 2019 के चुनावों के बाद स्थिति क्या होगी। न्यायालय राम मंदिर के मुद्दे को हल नहीं कर सकता है, यह आस्था की बात है। यह राजनीतिक इच्छाशक्ति की बात है।'

साथ ही संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी ऐसा कर सकते हैं। आप को यहां बता दें कि आरएसएस के विजय दशमी कार्यक्रम के मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम हमारे गौरव पुरुष हैं। सरकार क़ानून लाकर राम मंदिर बनाए।

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ओवैसी पर बरसे राउत

शिवसेना नेता संजय राउत ने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर राम मंदिर को लेकर दो टूक कहा, 'असदुद्दीन ओवैसी को अपनी हद में रहकर हैदराबाद तक ही रहना चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में बनेगा, हैदराबाद, पाकिस्तान या ईरान में नहीं।

साथ ही उन्होंने कहा, 'ओवैसी जैसे लोग मुस्लिम समुदाय को अपनी राजनीति के लिए भटकाने का काम करते हैं, जिसका भविष्य में उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।' गौरतलब है कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू करने की बात कही थी।

गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मन्दिर से भव्य विजय शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान सीएम योगी ने मंच से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि रामलीलाओं की भव्यता के साथ-साथ समाज के इस भव्य मंदिर को भी उसी रूप में बनाने की तैयारी हमें करनी चाहिए, जिस प्रकार से भव्य मंदिर के रूप में रामलीलाओं का आयोजन हम करते हैं।