
Seven women takes Oath in New Modi Cabinet
नई दिल्ली। मोदी सरकार ( Modi Govt ) की कैबिनेट का विस्तार ( Modi Cabinet Expansion ) हो चुका है। 2019 में लगातार दूसरी बार सरकार में वापसी के दो वर्ष बाद मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है। खास बात यह है कि इस कैबिनेट एक्सपांशन में मोदी सरकार ने ना सिर्फ यूथ का तवज्जो दी बल्कि वुमन पावर ( Woman Power ) पर भी भरोसा जताया है।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब सरकार में महिलाओं की भूमिका ( Women Ministers In Cabinet ) और संख्या दोनों बढ़ गई है। सात महिलाओं को कैबिनेट में जगह दी गई है।
कैबिनेट में अब कुल 11 महिलाएं
मोदी मंत्रिमंडल में अब कुल 11 महिला मंत्री हो गईं हैं। इनमें से 2 को पहले से ही कैबिनेट में भी जगह मिली हुई है। इसमें निर्मला सीतारमण देश की वित्त मंत्री हैं तो वहीं स्मृति ईरानी भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री हैं। बुधवार को 7 महिलाओं ने शपथ ली।
सभी सात महिला सांसदों ने राज्य मंत्री की शपथ ली। साध्वी निरंजन ज्योति और रेणुका सिंह पहले से ही राज्य मंत्री हैं।
इन सात महिला मंत्रियों ने ली शपथ
सात महिला मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, दर्शना विक्रम जरदोश, शोभा करंदलाजे, प्रतिमा भौमिक और भारती पवार शामिल हैं।
शोभा करंदलाजे ने नहीं की शादी
मोदी कैबिनेट में जिन महिलाओं पर भरोसा जताया गया है, उनमें शोभा करंदलाजे का नाम भी शामिल है। शोभा कर्नाटक के उडुपी चिकमंगलूर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद हैं। आरएसएस से जुड़ी होने के चलते शोभा करंदलाजे ने विवाह नहीं किया। मोदी की दोनों सरकार यानी वर्ष 2014 और 2019 दोनों ही लोकसभा चुनावों में शोभा ने जीत दर्ज की।
पहली बार में ही मिली कैबिनेट में जगह
मोदी कैबिनेट में उम्र के साथ-साथ शिक्षा पर भी खासा फोकस किया गया है। महाराष्ट्र के डिंडोरी लोकसभा क्षेत्र से डॉ भारती प्रवीण पवार पहली बार लोकसभा पहुंची हैं। पहली बार में ही उन्हें कैबिनेट में मौका मिल गया। खास बात यह है कि उनके पास एमबीबीएस की डिग्री भी है।
भारती के अलावा प्रतिमा भौमिक को भी पहली बार में ही कैबिनेट में जगह मिली है। यही नहीं पहली बार ऐसा हुआ है कि त्रिपुरा की किसी महिला मंत्री को केंद्रीय कैबिनेट में मौका मिला है। पश्चिम त्रिपुरा सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव जीतनेवाली प्रतिमा भौमिक मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो गई हैं। उन्होंने विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है। किसान परिवार से आनेवाली प्रतिमा भौमिक के पिता एक स्कूल टीचर थे।
मेहनत को भी मौका
मोदी कैबिनेट में जाति वर्ग, उम्र, शिक्षा के अलावा मेहनत करने को वालों को भी मौका मिला है। ऐसी ही नेता है मीनाक्षी लेखी लेखी लगातार दो बार सांसद रह चुकी हैं। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की है। पेशे से वकील होने के साथ ही उन्होंने कई मोर्चों पर विरोधियों को कटघड़े में खड़ा किया है। सांसद बनने से पहले प्रवक्ता के तौर पर कई मंचों पर पार्टी का पक्ष भी रखा। लिहाजा मेहनत का फल मिला और कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी।
इसके अलावा गुजरात के सूरत से सांसद दर्शन विक्रम जर्दोश को मंत्री पद की शपथ दिलायी दिलाई गई। सांसद के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है।
नए मंत्रिमंडल में यूपी के मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से अपना दल की सांसद अनुप्रिया सिंह पटेल को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। पूर्वांचल में पहचान बनाने वाली अनुप्रिया ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम किया है। उनकी छवि एक विकासशील नेता की रही है।
वहीं, झारखंड के कोडरमा से सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की करीबी मानी जाती थीं, लेकिन, पिछले लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया।
Published on:
08 Jul 2021 09:07 am
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