उन्होंने बिहार के आश्रय गृहों में रहने वाली बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस घटना के पीछे छुपी कहानी का अंत नहीं हो रहा है। यह एक ऐसी कहानी है जो सरकार की छवि को खराब करने के लिए काफी है। सरकार को इस मुद्देपर भी चेत जाने की जरूरत है।
सरकार के कामकाज को लेकर लोगों की सोच अभी से साफ दिखाई देने लगी है। सरकार की ओर से जारी जीडीडी के आंकड़ो पर लोग संदेह करने लगे हैं। सब कुछ साफ साफ दिखने लगा है। और सच ये है कि पब्लिक सबकुछ जानती है। राजनीतिक लाभ के लिए अब साहित्यिक बयानबाजी से काम नहीं चलेगा। अब एक मात्र चीज इस सरकार को बचा सकती है। और वो है सरकार की अब तक की उपलब्धियां। इन उपब्धियों को आगे लाने की जरूरत है। उन्होंने मोदी सरकार को संभावित नुकसान के बारे में चेताते हुए कहा कि सरकार रुपयों की कीमतों में गिरावट, पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम, मुद्रास्फीति, भ्रष्टाचार, हिंसा और दुष्कर्म जैसे मामले पर संभालने पर जोर दे।