12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सिद्धारमैया बोले- गठबंधन सरकार गिराने में मोदी और शाह शामिल, रोशन बेग ने विधायकी से दिया इस्‍तीफा

राज्य में गहराता जा रहा राजनीतिक संकट विधानसभा स्पीकर ने राज्यपाल को लिखा पत्र विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होने पर अल्पमत में हो जाएगी सरकार

2 min read
Google source verification
karnataka crisis

सिद्धारमैया बोले- गठबंधन सरकार गिराने में मोदी और शाह शामिल, रोशन बेग ने विधायकी से दिया इस्‍तीफा

नई दिल्‍ली। कांग्रेस विधायक और नेता रोशन बेग ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक में सियासी संकट के लिए भाजपा को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने कहा कि इस बार भाजपा की सिर्फ प्रदेश इकाई ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह जैसे नेता भी शामिल हैं।

सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा नेतृत्‍व के निर्देश पर कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का काम जारी है। सरकार को अस्थिर करना भाजपा की आदत रही है। यह अलोकतांत्रिक है, जनता ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं दिया था।

8 विधायकों का इस्तीफा गैर संवैधानिक

वहीं विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने जिक्र किया कि बागी विधायकों ने बिना मुलाकात किए अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसमें 13 में से 8 विधायकों का इस्तीफा गैर संवैधानिक है। 5 विधायक हमसे मिलने आ रहे हैं। उनकी समस्या सुनने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

उन्‍होंने कहा कि अप्रैल-मई, 2018 में कर्नाटक में संपन्‍न विधानसभा चुनाव में JDS और कांग्रेस को मिलाकर 57 फीसदी से ज्‍यादा वोट मिले थे। भाजपा नेता कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को पैसा और मंत्री पद का प्रलोभन दे रहे हैं।

सिद्धारमैया ने विधानसभा स्‍पीकर से अनुरोध किया है कि विद्रोही विधायकों के खिलाफ दलबदल कानून के तहत कानूनी कार्रवाई की जाए।

हम अपने खत में न सिर्फ उन्हें अयोग्य घोषित करने का आग्रह कर रहे हैं बल्कि उन्हें छह वर्ष के लिए चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करने का भी अनुरोध कर रहे हैं।

केआर रमेश बोले- मुझसे कोई नहीं मिला

कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने राज्य के विधायकों के इस्तीफों के बारे में कहा कि नियम कहता है कि अगर स्पीकर इस बात के प्रति आश्वस्त है कि इस्तीफे स्वेच्छा से दिए गए हैं और सही हैं, तो वह उन्हें मंज़ूर कर सकता है।

उन्‍होंने कहा कि मेरा मौजूदा राजनातिक गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है। मैं संविधान के मुताबिक काम कर रहा हूं। अब तक किसी भी विधायक ने मुझसे मुलाकात का आग्रह नहीं किया है। यदि कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं अपने कार्यालय में उपलब्ध हूं।

जनता को गठबंधन सरकार पसंद नहीं

कांग्रेस नेता एसटी सोमशेखर ने मुंबई में मीडिया को बताया कि कांग्रेस-JDS के 10 विधायकों ने विधानसभा अध्‍यक्ष केआर रमेश और राज्‍यपाल वजूभाई वाला को इस्तीफे सौंपे हैं। हम अब भी कांग्रेस पार्टी में हैं, लेकिन विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है।

हम किसी मंत्री पद की उम्मीद नहीं कर रहे हैं। कर्नाटक की जनता को गठबंधन ( मैत्री ) सरकार पसंद नहीं है। इसलिए हमनें इस्‍तीफा दिया है।

बनी रहेगी गठबंधन सरकार

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश जी राव ने बताया है कि मुझे विश्वास है कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बची रहेगी। मैं इसके बारे में आश्वस्त हूं।

वहीं, जेडीएस नेता नारायण गौड़ा ने मुंबई मे मीडिया को बताया कि हमने राज्य में विकास नहीं होने के कारण विधायकी से इस्तीफा दे दिया है। कर्नाटक सीएम ने विधायकों के परामर्श के बिना विदेश यात्रा की। विगत सवा साल में राज्य में कोई काम नहीं हुआ।

भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं राज्‍यपाल

दूसरी तरफ कर्नाटक भाजपा नेता शोभा करंदलाजे का कहना है कि अब हमारी संख्या कांग्रेस-JDS विधायकों से ज़्यादा है। भाजपा को 107 विधायकों का समर्थन हासिल है। जबकि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को केवल 103 विधायकों का समर्थन हासिल है।

मुझे लगता है प्रदेश के राज्‍यपाल भाजपा को कर्नाटक में सरकार गठन के लिए आमंत्रित करने का फैसला कर सकते हैं।