
नई दिल्ली। देश में महामारी ( Coronavirus Crisis ) के बीच कोरोना वैक्सीनेशन ( Corona vaccination ) के अगले चरण की शुरुआत से पहले वैक्सीन के दामों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) को चिट्ठी लिखकर इसकी शिकायत की है। सोनिया ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आज जब हॉस्पिटलों में बेड्स, दवाई और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है, ऐसे में सरकार वैक्सीन निर्माताओं को मुुनाफाखोरी की अनुमति कैसे दे सकती है।
सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड के रेट जारी किए
दरअसल, सीरम इंस्टीट्यूट ने पिछले दिनों अपनी कोविशील्ड के रेट जारी किए हैं। कंपनी की ओर से केंद्र और राज्यों के लिए वैक्सीन के अलग-अलग दाम तय किए गए हैं। वैक्सीन के दामों में केंद्र और राज्यों के बीच किए गए भेदभाव को लेकर सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को चिठ्ठी लेकर सरकार की वैक्सीन नीति पर सवाल खड़े किए हैं। सोनिया गांधी ने लिखा कि इस नीति ने न केवल राज्य सरकारों पर संकट बढ़ेगा, बल्कि आम आदमी को वैक्सीन के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी। इसका सीधा बोझ आम जनता पर पड़ेगा। सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से वैक्सीन नीति में तुरंत बदलाव करने की अपील की है, ताकि वैक्सीन के अगले चरण में अधिक से अधिक लोग टीका लगवा सकें।
सरकार ने वैक्सीनेशन के अगले चरण की घोषणा कर दी
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन के अगले चरण की घोषणा कर दी है। इस चरण में राज्य सरकार और प्राइवेट हॉस्पिटल सीधे वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन खरीद सकेंगे। सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से जारी रेट लिस्ट के अनुसार राज्य सरकारों को वैक्सीन की एक खुराक के लिए 400 रुपए, निजी अस्पतालों को 600 रुपए देने होंगे, जबकि केंद्र सरकार के लिए यह कीमत 150 रुपए प्रति खुराक रखी गई है।
कोविड 19 वैक्सीन के अलग-अलग मूल्य निर्धारण पर सवाल उठाया
वहीं, तेलंगाना के उद्योग मंत्री के.टी. रामा राव ने आज केंद्र और राज्य सरकारों के लिए कोविड 19 वैक्सीन के अलग-अलग मूल्य निर्धारण पर सवाल उठाया। मंत्री, जो तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं, ने ट्विटर पर कहा कि टीका के लिए एक समान मूल्य निर्धारण क्यों नहीं है? केटीआर, जैसा कि रामा राव लोकप्रिय रूप से जाने जाते है, चाहते है कि केंद्र देश भर में तेजी से टीकाकरण में मदद करने के लिए पीएम केयर्स से अतिरिक्त लागत को अवशोषित करे।
Updated on:
22 Apr 2021 05:56 pm
Published on:
22 Apr 2021 05:46 pm
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