19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सुशील मोदी ने तेजस्वी पर कसा तंज, पूछा-बिना नौकरी-व्यवसाय किए कैसे बन गए करोड़पति

सुशील मोदी ने कहा कि कल तक आरोप पत्र दाखिल करने की चुनौति देने वाले तेजस्वी यादव सीबीआई की पूछताछ के बाद तिलमिला गए हैं।

2 min read
Google source verification

image

Anil Kumar

Apr 11, 2018

sushil-tejaswi

नई दिल्ली । बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है। सुशील मोदी ने कहा कि कल तक आरोप पत्र दाखिल करने की चुनौति देने वाले तेजस्वी यादव सीबीआई की पूछताछ के बाद तिलमिला गए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सीबीआई की कार्रवाई से परेशान हो गए हैं, उनके होश उड़ गए हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को सीबीआई की एक टीम ने पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और तेजस्वी से चार घंटे तक पूछताछ की थी। इसके बाद तेजस्वी ने इसे बदले की कार्रवाई बताया था।

तीन एकड़ जमीन के मालिक कैसे बन गए : सुशील मोदी

सुशील मोदी ने बेनामी संपत्ति पर सवाल करते हुए पूछा "तेजस्वी और उनकी मां राबड़ी देवी केवल इतना बता दें कि मात्र 64 लाख रुपए की पूंजी लगाकर पटना की तीन एकड़ जमीन के मालिक कैसे बन गए? इस जमीन का बाजार मूल्य 94 करोड़ रुपए से अधिक है।"
बता दें कि सुशील मोदी ने दावा करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बिहार की जनता को सिर्फ इतना बता दें कि 28 वर्ष की उम्र में बिना किसी नौकरी-व्यवसाय के 750 करोड़ रुपए में बनने वाले मॉल के मालिक कैसे बन गए। गौरतलब है कि तीन एकड़ जमीन पर इस मॉल का निर्माण हो रहा है।

मुजफ्फरपुर मेें बोले गिरिराज सिंह "धर्म के नाम पर देश तोड़ रही कांग्रेस"

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि लालू यादव पर रेलमंत्री रहते हुए रेलवे के दो होटलों को लीज पर देने की एवज में हर्ष कोचर की कंपनी से प्रेमचन्द गुप्ता की डिलाइट मार्केटिंग के नाम पर पटना में तीन एकड़ जमीन बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर लिखवा लेने का आरोप है। इस जमीन का मालिकाना हक फिलहाल लालू परिवार के पास है, जिसमें तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी शामिल हैं।
इस जमीन घोटाले को लेकर सुशील मोदी ने कहा कि आखिर प्रेमचन्द गुप्ता ने अपनी करोड़ों की जमीन और पूरी कंपनी (डिलाइट मार्केटिंग) राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को क्यों सौंप दी और 2014 में 85 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी और 15 प्रतिशत शेयर का स्वामित्व तेजस्वी यादव ने कैसे हासिल कर लिया? उन्होंने कहा कि बहुत बड़ा सवाल यह है कि आखिर डिलाइट कंपनी के पुराने निदेशकों को वर्ष 2014 में हटा कर तेज प्रताप, तेजस्वी, राबड़ी देवी, चन्दा यादव एवं रागिनी और लालू प्रसाद 2014 से 2016 के बीच इस कंपनी के निदेशक कैसे बने?