
रेल सेवा बहाल करने पर कई राज्यों ने किया विरोध
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संकट ( Corona Crisis ) के बीच केंद्र सरकार ( Central Govt ) मंगलवार से रेल सेवा ( Rail ) बहाल कर दी है। इसके तहत 15 शहरों के लिए 15 ट्रेनें ( Train Start ) शुरू कर दी गई हैं। लेकिन केंद्र सरकार के इस फैसले से एक नया बवाल शुरू हो गया है। लॉकडाउन ( Lockdown )के बीच ट्रेनों को शुरू करने के सरकार के फैसले से कई राज्यों ने नाराजगी जताई है।
बिहार ( Bihar ), तेलंगाना ( Telangana ), तमिलनाडु ( TamilNadu ) और बंगाल ( Bengal ) जैसे राज्यों ने इसको लेकर विरोध जताया है।
पांचों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कहा है कि इससे कोरोना का संक्रमण और तेजी से फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी है जिन्होंने केंद्र सरकार के रेल बहाली के फैसले का स्वागत किया है। इनमें मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल हैं।
रेल सेवा बहाल किए जाने को लेकर अब देशभर में कई राज्यों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल खोले जाने को बेकार विचार बताया है।
वहीं तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने पैसेंजर ट्रेनें चलाने का विरोध किया। उन्होंने इसके पीछे वजह भी बताई। केसीआर ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों में कोरोना के मामले ज्यादा हैं, ऐसे में इन जगहों से आने-जाने वाले मुसाफिर दूसरी जगहों में भी संक्रमण तेजी से फैला सकते हैं।
रेल चलाए जाने से दक्षिण राज्य भी खुश नहीं है। तमिलनाडु ने भी 15 ट्रेनों को शुरू करने के फैसले को गलत बताया है। इसके साथ ही सीएम पलानीस्वामी ने चेन्नई में 31 मई तक रेल सेवा बंद रखने की अपील की है।
उधर...पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी केंद्र सरकार के इस फैसले के विरोध में खड़ी हो गई है। ममता ने कहा कि केंद्र को संघीय ढांचे का सम्मान करते हुए राज्यों को विश्वास में लेकर योजनाएं शुरू करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस तरह रेल चलाने से कोरोना संक्रमण फैलाव का खतरा तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि रोजाना देश में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में इस तरह की सेवाओं से ये खतरा और बढ़ेगा।
Published on:
12 May 2020 02:11 pm
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